कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में डॉ॰ अर्जुन मंडल, कृषि विशेषज्ञ एवं राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता, जमुई , श्रवण कुमार पाण्डे, प्रखंड विकास पदाधिकारी, बरहट ब्लॉक,जमुई, संजय,जिला परियोजना प्रबंधक,जीविका ,जमुई, राकेश कुमार, अद्यक्ष, जुमई जिला चैंबर औफ़ कॉमर्स, झाझा, जमुई, मितेश कुमार शांडिल्य, महाप्रबंधक प्रभारी ,जिला उद्योग केंद्र ,जमुई, मनीष रिजू,आईपीआर अटोरनी व विशेषज्ञ,पटना, संजय कुमार, प्रबंधक, कौशल प्रशिक्षण केंद्र, जमुई एवं अन्य अतिथिगण इत्यादि मौजूद रहे। कार्यक्रम संयोजन एवं समन्वयन इस कार्यालय के सम्राट एम. झा,ने किया। कार्यक्रम का उदघाटन आए हुए अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सम्राट एम. झा ने विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे मे जानकारी दी। श्री झा ने सभी प्रतिभागियों से “बौद्धिक सम्पदा अधिकार (आईपीआर)” को अपनाने हेतु आह्वान किया। उन्होंने हर संभव सहायता देने हेतु प्रतिभागियों को भरोसा दिया एवं उनके सवालों का निराकरण किया। कार्यक्रम में कुल 90 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया एवं कार्यक्रम का लाभ उठाया I कार्यक्रम तकनीकि सत्र में, मनीष रिजू , आईपीआर अटोरनी व विशेषज्ञ,पटना ने आईपीआर का एमएसएमई के ऊपर प्रभाव एवं आईपीआर के लाभ हेतु आवेदन प्रकिया विषय पर विस्तार से प्रस्तुतीकरण दिया। सम्राट एम. झा ने एमएसएमई मंत्रालय, नई दिल्ली के द्वारा भेजे गए विडियो प्रेजेंटेशन उद्यमियों को दिखाया एवं हर तरह की जानकारी साझा की एवं भारत सरकार के एम एस एम ई मंत्रालय के विभिन्न योजनाओ जैसे एमएसएमई इन्नोवेटिव योजना, ऊधम पंजीकरण, चैम्पियन पोर्टल के द्वारा जैसे “आपको बड़ा बनाने के लिए हमारे छोटे हाथ”, पीएमएस स्कीम एवं जेम के अंतर्गत अपने प्रोडक्टस का मार्केटिंग करने का तरीका एवं बाज़ार प्रबन्धन,एमएसई –सीडीपी, मुद्रा योजना, प्रधान मंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम जैसे विभिन्न योजनाओ के बारे मे जानकारी दी।कार्यक्रम का विधिवत समापन ,धन्यवाद ज्ञापन द्वारा किया गया।
पटना : 28 फरवरी, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास कार्यालय, एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार,पटना द्वारा बुधवार (28-02-2024) को प्रखंड विकास कार्यालय, बरहट आकांक्षी प्रखंड, जमुई के में एक दिवसीय बौद्धिक सम्पदा अधिकार (आईपीआर) के ऊपर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम, एमएसएमई मंत्रालय ,भारत सरकार के एमएसएमई चैंपियन्स योजना के एमएसएमई इन्नोवेटिव योजना के आईपीआर कॉम्पोनेंट के अंतर्गत किया गया।इसका उद्देश्य , उद्यमियों /भावी उद्यमियों के बीच राज्य में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) के नवप्रवर्तन, डिज़ाइन (प्रारूप), प्रक्रिया और व्यावसायिक रणनीतियों को सुरक्षित रखने के लिए बौद्धिक सम्पदा अधिकारों के बारे में सजगता बढ़ाना, देश के विभिन्न औद्योगिक क्लस्टर में लागू करना एवं आईपीआर योजना में उपलब्ध वित्तीय सहायता एवं विभिन्न प्रक्रियाओ के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना था। “बौद्धिक सम्पदा अधिकार (आईपीआर)” के विभिन्न टूल्स जैसे ट्रेड मार्क, कॉपी-राइट, डिजाइन रजिस्ट्रेशन, पेटेंट इत्यादि का इस्तेमाल करके एमएसएमई क्षेत्र के उद्यमियों को प्रोध्योगिकी उन्नयन और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने में मदद मिलेगी साथ ही अपने प्रॉडक्ट की रचनात्मकता को भी सुरक्षित कर सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता सम्राट एम. झा, आई.ई.डी.एस., सहायक निदेशक, एमएसएमई - ड़ीएफओ, पटना ने किया ।
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