- लालू राज की गुंडागर्दी आज भी लोगों को याद है, जात-पात के नाम पर जुट जाती है यात्रा में भीड़
पटना : तेजस्वी यादव जन विश्वास यात्रा पर निकले हैं, ताकि पूरे बिहार में घूम घूम कर लोगों से अपनी बात कह सकें। जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि तेजस्वी यादव कोई भी यात्रा कर लें इससे क्या हो जाएगा? नीतीश कुमार समाधान यात्रा पर निकले थे इससे बिहार में कितने बदलाव आ गए? बिहार में किन समस्या का समाधान हो गया? देश भर में राहुल गांधी न्याय यात्रा पर निकले हैं कितना बिहार के लोगों को न्याय मिल गया? बिहार में इनके जन विश्वास यात्रा करने से क्या हो जाएगा? बिहार में पिछले 30 बरस से लालू-नीतीश का राज है। बिहार में और सबसे ज्यादा विश्वास तोड़ने का काम भी उन्होंने ही किया है। 30 बरस से न गरीबी कम हुई न ही बिहार के लोगों ने खुद को पलायन करने से रोक पाया है। शिक्षा की व्यवस्था सुधरी नहीं रोजगार मिला नहीं तो आप किस विश्वास की बात कर रहे हैं?
जात-पात, हिन्दू-मुसलिम, भ्रस्टाचार, गुंडागर्दी ये हैं RJD के कैरेक्टर जिनसे ऊपर उठ कर तेजस्वी यादव राजनीति नहीं कर सकते हैं
विश्वास यात्रा में लोग आयेंगे भीड़ दिखेगी। भीड़ पैसे के नाम पर जात के नाम पर काडर कुछ लोग को इकट्ठा कर लेंगे। तेजस्वी को इस बार यह समझ लेना चाहिए कि काट की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती इसबार जनता उनसे नहीं बरगलने वाली है। बिहार के जिन लोगों ने लालू यादव और उनके बच्चों की सरकार को देखा है वो मानते हैं कि ये लोग जात-पात, हिन्दू-मुसलिम, भ्रस्टाचार, गुंडागर्दी से ऊपर उठ कर राजनीति नहीं कर सकते हैं। ये 4 बिंदु RJD के कैरेक्टर में है और इनसे ऊपर उठकर ये नहीं आ सकते।
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