पटना, 16 फरवरी, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि आज की किसान-मजदूरों की देशव्यापी हड़ताल ऐतिहासिक थी. आज का देशव्यापी आन्दोलन बुनियादी मुद्दों की तरफ देश को लौटाने और लोकतंत्र व संविधान को बचाने की लड़ाई को आगे बढ़ाने में मददगार साबित होगा. आज जब मोदी सरकार देश में निर्लज्ज कारपोरेट लूट की नीतियां चलाते हुए साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति को बढ़ा रही है और जनता के हर तबके के अधिकारों, लोकतंत्र और संविधान पर फासीवादी हमले हो रहे हैं, ऐसे में आज की हड़ताल ने दिखाया कि देश की जनता ने मोदी को सत्ता से बेदखल करने का मन बना लिया है. ट्रेड यूनियनों और किसान संगठनों के आह्वान पर आज भारत भर में लाखों लोग न्यूनतम (फसल एमएसपी) समर्थन मूल्य, श्रमिकों के लिए 26,000 रुपये प्रति माह की न्यूनतम मजदूरी, चार श्रम संहिताओं व आईपीसी/सीआरपीसी में किए गए संशोधनों को निरस्त करने, मौलिक अधिकार के रूप में रोजगार की गारंटी देने आदि एक दिन की औद्योगिक/ग्रामीण हड़ताल में शामिल हुए. भाकपा-माले ने इस आह्वान का समर्थन किया था और पार्टी के भी बैनर से ग्रामीण इलाकों में मजबूती से विरोध-प्रदर्शन में उतरे थे. भाकपा-माले मजदूरों व किसानों की ओर से हुई आज की कार्रवाई का तहे दिल से समर्थन करती है. आने वाले दिनों में अपनी मांगों के साथ जनता का व्यापक हिस्सा मोदी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेगा.
शुक्रवार, 16 फ़रवरी 2024
पटना : मोदी को सत्ता से बेदखल करने का मन बना चुकी है देश की जनता
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