अररिया-सुपौल रेल परियोजना में अधिग्रहित जमीन का मुआवजा नहीं दिए जाने पर धरना - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 8 फ़रवरी 2024

अररिया-सुपौल रेल परियोजना में अधिग्रहित जमीन का मुआवजा नहीं दिए जाने पर धरना

  • मवेशी अस्पताल परिसर में सर्वदलीय रेलवे संघर्ष समिति कर रही विरोध-प्रदर्शन

Protest-for-rail-bihar
त्रिवेणीगंज. केंद्र और राज्य में एनडीए की सरकार है.डबल इंजन की सरकार है.एनडीए सरकार के मुखिया नरेंद्र दामोदर मोदी ने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास नारा बुलंद कर रखा है.त्रिवेणीगंज प्रखंड के हजारों लोगों का विनाश हो रहा है.रेलवे भूमि अधिग्रहण के नाम पर त्रिवेणीगंज प्रखंड के तमाम किसानों को आज तक एक रुपया भी नहीं मिला, उल्टे प्रशासन द्वारा सैकड़ों एकड़ जमीन पर लगी गेंहू की फसल को बर्बाद कर दिया है.किसानों के पास पर्याप्त कागजात, बावजूद इसके सताए जा रहे. बता दें कि सुपौल-अररिया में नई रेल लाइन परियोजना संचालित है.रेलवे भूमि अधिग्रहण के नाम पर त्रिवेणीगंज प्रखंड के तमाम किसानों की हजारों बीघा जमीन को अधिग्रहण किया गया है.इसमें कृत सर्वे में समेटकर लतौना पैरिश सोसाइटी की करीब 7 बीधा जमीन को गैर मजरूआ भूमि करार दिया गया है.इसके खिलाफ लतौना पैरिश सोसाइटी ने पटना हाई कोर्ट में मामला CWJC bearing Token No. 26064/2023 on 08.12.23 - Patna High Court, Latonah Parish Society दर्ज कराया है. सुपौल-अररिया नई रेल लाइन परियोजना के लिए त्रिवेणीगंज में अधिग्रहित जमीन का मुआवजा नहीं मिलने पर बुधवार से सर्वदलीय रेलवे संघर्ष समिति द्वारा अनुमंडल कार्यालय के समीप मवेशी अस्पताल परिसर में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया. धरना में विभिन्न दलों सहित पीड़ित परिवार के लोग शामिल थे.धरना का संचालन कांग्रेस के जिला महामंत्री शत्रुघ्न प्रसाद चौधरी ने किया। सर्वदलीय रेलवे संघर्ष समिति की अध्यक्षता माले जिला सचिव जयनारायण यादव को सर्वसम्मति से चुना गया. अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कॉ. जयनारायण यादव ने कहा कि रेलवे भूमि अधिग्रहण के नाम पर त्रिवेणीगंज प्रखंड के तमाम किसानों को आज तक एक रुपया भी नहीं मिला, उल्टे प्रशासन द्वारा सैकड़ों एकड़ जमीन पर लगी गेंहू की फसल को बर्बाद कर दिया है.प्रशासन द्वारा किसानों के साथ ऐसे सौतेले व्यवहार का हम घोर निंदा करते हैं और पीड़ित किसानों के साथ कदम से कदम मिलाकर साथ लड़ने का काम करेंगे. मौके पर राजद नेता कपलेश्वर यादव, जितेन्द्र कुमार अरविंद, कांग्रेस नेता डॉ. विश्वनाथ सर्राफ, योगेन्द्र यादव वियोगी, जन्मजय राई, नीलाम्बर कुमार मेहता, कांग्रेस नेता कौशल यादव, पंसस बोधि यादव, जिप सदस्य ई प्रवेश प्रवीन, शंभू गुप्ता, ललन कुमार यादव, ललन तांती, लोजपा नेता संजय यादव,जदयू नेता सुधा रिचर्ड, मो. यूनुस, श्रवण कुमार यादव, परमानंद यादव, सुरेश यादव, भोला चौधरी, निर्मल भगत, डॉ. अमित कुमार, मो. मुस्लिम, रामदेव यादव, रोशन अंथोनी सहित दर्जनों अन्य शामिल थे.


1 वर्ष से हमलोग काट रहे कोर्ट-कचहरी का चक्करः यादव

किसान नेता सह पूर्व मुखिया सुरेश कुमार यादव ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि आज से करीब एक वर्ष से हमलोग कोर्ट-कचहरी का चक्कर काट रहे हैं.लेकिन पदाधिकारी उल्टे हमलोगों को डांट फटकार कर लौटा देते हैं.इन सारी बातों से साबित होता है कि हम किसानों को सरकार मुआवजा देने से भाग रही है.सरकारें किसी कि भी हो, लेकिन आज त्रिवेणीगंज की धरती पर किसानों की समस्याओं का सभी पार्टियों के नेताओं ने समर्थन किया है. जिसके लिए हम पीड़ित किसान शुक्रगुजार हैं.


खरीद-बिक्री पर बिना जांच 2014 से है प्रतिबंध 

भाजपा जिला महामंत्री प्रदीप कुमार सिंह मुन्ना ने कहा कि त्रिवेणीगंज प्रखंड अंतर्गत हजारों बीघा जमीन गैर मजूरुवा खास रैयती जमीन है. जिनके खरीद-बिक्री पर बिना जांच किए 2014 से प्रतिबंध लगा दिया गया है. किसानों के पास इनका संपूर्ण कागजात होने के बावजूद अधिकारियों द्वारा उन्हें सताया जा रहा है.अनुमंडल कार्यालय के सामने धरना पर बैठे पीड़ित किसानों के मुताबिक, त्रिवेणीगंज के वार्ड-18 और वार्ड-19 में दर्जनों रैयतों को जमीन का मुआवजा दिए बिना जबरन कार्य शुरू किए जाने से रैयतों में आक्रोश है.

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