सीहोर : शहीद चंद्रशेखर आजाद का बलिदान दिवस मनाया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 27 फ़रवरी 2024

सीहोर : शहीद चंद्रशेखर आजाद का बलिदान दिवस मनाया

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सीहोर। शहर के सैकड़ाखेड़ी स्थित संकल्प नशा मुक्ति केन्द्र में शहीद चंद्रशेखर आजाद को श्रद्धा भक्ति सेवा समिति, जिला संस्कार मंच और ब्राह्मण समाज की ओर से श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस मौके पर ब्राह्मण समाज की ओर से अपने विचार व्यक्त करते हुए पंडित सुमित भानू उपाध्याय ने कहा कि पंडित चंद्रशेखर ने देश को अंग्रजों से आजाद करवाने की कसम खाई। ब्रिटिश सरकार ने एक बार उन्हें बचपन में 15 कोड़ों की सजा दी थी, तब आजाद ने कसम खाई थी कि वह दोबारा पुलिस के हाथ कभी नहीं आएंगे। वह अक्सर गुनगुनाया करते थे..दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे..आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे। कार्यक्रम के दौरान जिला संस्कार मंच के अध्यक्ष दिलीप गुर्जर, केन्द्र के संचालक नटवर कुशवाहा, मनोज दीक्षित मामा सहित अन्य ने दो मिनिट के लिए मौन धारण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उसके पश्चात केन्द्र के हितग्राही हर्ष शर्मा, अभिषेक शर्मा और  किशोर सिंह आदि ने यहां पर मौजूद युवाओं को संकल्प दिलाया। पंडित श्री उपाध्याय ने कहा कि देश के स्वतंत्रता आंदोलन में हमारे देश के बहुत सारे नवजवानों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और देश को स्वतंत्रता प्राप्त होने तक अहम भूमिका अदा की जिसमें आजाद जी का बलिदान सर्वोपरि रहा है। 27 फरवरी 1931 को इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में अंग्रेजों से अकेले दम पर मोर्चा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। शहीद भगत सिंह, चंद्र शेखर आजाद का बलिदान स्वतंत्रता प्राप्ति से 16 वर्ष पूर्व हुआ किंतु उनके बलिदान ने देश के युवाओं में स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए नया जज्बा पैदा किया। इसका परिणाम 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता के रूप में हम सबके सामने आया। हमारे देश के ऐसे अनेक क्रांतिकारी रहें जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। हमारे धर्म के साथ हमारा राष्ट्र भी महत्वपूर्ण है। 

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