- मिलेगा तीन लाख का पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र
- तीन स्तर पर की गई जाएगी रैंकिंग
- सभी पांच मापदंडों पर खरा उतरने लक्ष्य प्रमाणीकरण
मधुबनी, सदर अस्पताल के लक्ष्य प्रमाणीकरण को लेकर फिर से कवायद शुरू कर दी गई है। इसको लेकर सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष में जीएनएम का क्षमता वर्धन किया गया, साथ ही उपलब्ध सुविधाओं में गैप असेसमेंट को लेकर कर्मियों के साथ विचार-विमर्श किया गया। पूर्व में भी प्रसव कक्ष से संबंधित चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी सफाई कर्मी, ममता, सुरक्षा गार्ड को भी वर्कशॉप के दौरान प्रशिक्षित किया गया है। प्रशिक्षण पिरामल के मुदित पाठक एवं रितिका सिंह, नीता मरांडी एवं स्वर्णभा बयाल के द्वारा दिया गया है। विदित हो कि इससे पूर्व भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं कल्याण मंत्रालय ने वर्ष 2021 में सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष को लक्ष्य सर्टिफाइड कर दिया गया था। अब फिर से इस वर्ष 2024 मे भी सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष एवं ओटी (ऑपरेशन थिएटर) को लक्ष्य सर्टिफिकेशन के लिए कवायत शुरू कर दी गई है। अस्पताल को लक्ष्य असेसमेंट के सभी पांच मापदंडों को पूरा करना होगा, तभी सर्टिफिकेशन प्राप्त होगा। इसके बाद अस्पताल को पुरस्कार स्वरूप तीन लाख रूपये व प्रशस्ति पत्र मिलेगा। इसके साथ ही मौजूद नर्सों व डॉक्टरों से दी जा रही सेवाओं व चिकित्सीय उपकरणों के रखरखाव, इस्तेमाल के तरीके व मरीजों से संबंधित जानकारियों की रजिस्टर में इंट्री आदि तमाम बिंदुओं पर जांच की जाएगी।
तीन स्तर पर की गई जाएगी रैंकिंग :
लक्ष्य कार्यक्रम के तहत तीन स्तर पर रैंकिंग की जाएगी, जिसमें पहले स्तर पर जिला दूसरे स्तर पर रीजनल तीसरे स्तर पर राष्ट्रीय रैंकिंग होगी प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए 75 अंक प्राप्त करना होगा।
70 प्रतिशत उपलब्धि पर सांत्वना पुरस्कार :
तय मानकों के सापेक्ष 70 प्रतिशत उपलब्धि पर सांत्वना पुरस्कार दिए जाने का प्रावधान है। सांत्वना पुरस्कार के रूप में सदर अस्पताल को तीन लाख, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों या अनुमंडलीय अस्पतालों को एक लाख एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को 50000 रुपए दिए जाते हैं।
इन मानकों पर तय होते हैं पुरस्कार :
• अस्पताल की आधारभूत संरचना
• साफ-सफाई एवं स्वच्छता
• जैविक कचरा निस्तारण
• संक्रमण रोकथाम
• अस्पताल की अन्य सहायक प्रणाली
• स्वच्छता एवं साफ सफाई की स्थिति।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें