पटना : देश की राजनीतिक व्यवस्था को तहस-नहस कर रही है भाजपा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 28 फ़रवरी 2024

पटना : देश की राजनीतिक व्यवस्था को तहस-नहस कर रही है भाजपा

  • 3 मार्च की जन विश्वास रैली को लेकर हजारों नुक्कड़ सभाएं, सौ से अधिक प्रचार गाड़ी
  • पटना में कल से होगा प्रचार, सांस्कृतिक सभाएं आयोजित की जाएंगी

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पटना, 28 फरवरी, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा द्वारा विपक्षी विधायकों की खरीद-फरोख्त, ईडी-सीबीआई के जरिए डराकर विपक्षी विधायकों को अपने पक्ष में कर लेने की कार्रवाइयों को असंवैधानिक बताते हुए कहा कि भाजपा आजादी के बाद देश में कायम लोकतांत्रिक राजनीतिक व्यवस्था को तहस-नहस करने की दिशा में बढ़ रही है. नैतिकता व मूल्यों की बात करने वाली भाजपा के लिए चुनाव जीतना ही आज सबसे बड़ा एजेंडा है और इसके लिए वह किसी भी अनैतिक स्तर तक गिर सकती है. विपक्ष की सरकारों को गिराने के लिए वह सारे धतकर्म कर रही है, इलेक्टोरल बॉन्ड से प्राप्त पैसा से विधायकों-सांसदों को खरीद रही है. धनबल व तंत्रबल के दम पर विपक्ष को तोड़ रही है. यहां तक कि मेयर के चुनाव में भी वह घोर धांधली पर उतर आई है. बिहार में भी भाजपा ने कांग्रेस व राजद के विधायकों को तोड़कर उसी अनैतिकता का परिचय दिया है. बिहार की जनता इसका माकूल जवाब देगी. इस बीच पूरे राज्य में 3 मार्च की जन विश्वास रैली की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. गांव-गांव में जन संवाद यात्रायें व नुक्कड़ सभाएं चल रही हैं. अभी तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार लगभग 2000 गांवों में नुक्कड़ सभाएं व 5000 गांवों में ग्रामीण बैठकें आयोजित हुई हैं. सिवान में लगभग 200, भोजपुर में 150 से अधिक ग्रामीण बैठकें संपन्न हो चुकी हैं. इन बैठकों में महिलाओं, छात्र-युवाओं, स्कीम वर्करों, खेतिहर मजदूरों व किसानों की बड़ी - बड़ी गोलबंदी हो रही है. शिक्षक समुदाय का भी व्यापक समर्थन 3 मार्च की रैली को हासिल है. राज्य में लगभग सौ से अधिक प्रचार गाड़ियां निकली हुई हैं. पटना में 29 फरवरी से पटना सघन नुक्कड़ सभाएं की जाएंगी. सांस्कृतिक टीम के साथ माले नेता शहर के विभिन्न इलाकों में प्रचार करेंगे और तमाम न्यायपसंद नागरिकों से 3 मार्च की रैली में व्यापक पैमाने पर शामिल होने की अपील करेंगे. पार्टी के विभिन्न जनसंगठन भी 3 मार्च की रैली के प्रचार में उतर आए हैं. माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि 3 मार्च की रैली में जिस प्रकार से जनता के बीच उत्साह दिख रहा है, उससे साफ जाहिर है कि 2024 में बिहार में भाजपा-जद(यू) का सफाया तय है.

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