पटना. राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में जब पूर्ण मद्यनिषेध का कानून लागू है, तब पिछली सरकार के समय उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पर शराब पीने का आरोप एक गंभीर मामला है. राज्य सरकार को इसकी विस्तृत जांच करानी चाहिए. श्री मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव के पद पर रहते उनकी ही पार्टी के विधान परिषद सदस्य रामबली सिंह ने यदि आरोप लगाये, तो उनके पास कुछ प्रमाण भी होंगे. उन्होंने कहा कि किसी की विधान परिषद सदस्यता समाप्त या बहाल करना सभापति का विशेषाधिकार है, लेकिन शराबबंदी कानून तोड़ने के आरोप की जाँच तो सरकार करा ही सकती है. श्री मोदी ने कहा कि शराब पीने, रखने या उसका व्यापार करने पर पूर्ण प्रतिबंध का कानून 2016 से लागू है.कानून तोड़ने पर जब सामान्य नागरिक को दंडित किया जाता है, तब तेजस्वी यादव के दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध भी कार्रवाई हो सकती है. उन्होंने कहा कि सरकार में शामिल होने के नाते तेजस्वी यादव पर शराबबंदी कानून लागू कराने की जिम्मेदारी थी, जबकि उन पर ही कानून तोड़ने के आरोप लगना कोई सामान्य बात नहीं है. इस संदर्भ में भानू भारतीय कहते है कि सुशील मोदी जी पूरे बिहार में शराब धड़ल्ले से घर तक पहुँच रहा है.अफसर और नेता इस शराबबंदी से खूब उगाही कर रहे हैं.बिहार के राजस्व को हर साल 20 हज़ार करोड़ का नुकसान हो रहा है. अब तक शराबबंदी के दौरान साढ़े 6 लाख से ज्यादा लोगों पर केस हो चुका है, अभी भी सवा 1 लाख जेल में हैं.गरीब का परिवार कोर्ट, थाने के चक्कर लगाते, उनको पैसे खिलाते परेशान हो गया है.नई युवा पीढ़ी बिहार में शराब के अवैध बिक्री के धंधे में आ गई है.पटना के AC रूम में बैठकर बस आपलोग बिहार को समझते हैं और बिहार की राजनीति करते हैं. धरातल का आपको कुछ भी ज्ञान नहीं है. पवन रंजन ने सुशील मोदी से कहते है ये संघी यही सीखे हैं? शाखाओं में यही पढ़ाया जाता है.किसी की छवि खराब कैसे करना है.इससे क्या उखाड़ लोगे तेजस्वी का? इडी, सीबीआई लगाकर तो कुछ हासिल कर नहीं पाये तो इस नीचता पर उतर आये?
बुधवार, 7 फ़रवरी 2024
पटना : तेजस्वी पर शराब पीने के आरोप की विस्तृत जांच कराये सरकार : सुशील मोदी
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