- अब सवाल है कि क्या उदय सहारन इसे 3-0 कर पाएंगे, फाइनल मैच में काफी रोमांचक होगा
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अंडर-19 विश्व कप का फाइनल मुकाबला 11 फरवरी, रविवार खेला जाएगा. ऐसे में टीम इंडिया के पास मौका होगा कि वह कंगारू टीम के खिलाफ वह जीत की हैट्रिक अपने नाम करें. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में पहली भिड़ंत साल 2012 में हुई थी. अंडर-19 फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के साथ पहली भिड़ंत में साल 2012 में कप्तान उन्मुक्त चंद थे.इसके बाद दूसरी बार फाइनल में दोनों टीमों की टक्कर 2018 में हुई थी.इस पृथ्वी शॉ के कप्तान थे.दोनों ही बार टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को हराया और चैंपियन बनी. ऐसे में भारत के रिकॉर्ड की बात करें तो कंगारू टीम के खिलाफ शतक प्रतिशत है. अब सवाल है कि फाइनल में साल 2012 में कप्तान उन्मुक्त चंद और फाइनल में 2018 में कप्तान पृथ्वी शॉ ने परास्त किया था.2024 में कप्तान उदर सहारन और इंडियन टीम मिलकर करिश्माई प्रदर्शन करके ऑस्ट्रेलिया को हराने में कामयाब होती है तो वह हैट्रिक जीत होगी.
यह देखा जाए तो अंडर-19 विश्व कप में टीम इंडिया का शानदार प्रदर्शन रहा है.उसने सभी मैच जीतकर फाइनल के दरवाजे तक पहुंच पाने में सफल हो गयी है.मोहम्मद कैफ की कप्तानी में भारत ने साल 2000 में पहला अंडर-19 वर्ल्ड कप टाइटल जीता था.फाइनल में भारत का सामना श्रीलंका से हुआ था,जिसे छह विकेट से जीतकर कैफ की टीम ने ट्रॉफी उठाई थी. अंडर-19 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने टीम इंडिया की कमान संभाल रहे थे.विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने दूसरी बार ये टाइटल अपने नाम किया था.फाइनल में इंडिया का सामना न्यूजीलैंड से हुआ था,जिसे डकवर्थ लुईस नियम के तहत इंडिया ने जीता था.तीसरी बार इंडिया ने उन्मुक्त चंद की कप्तानी में 2012 में अंडर-19 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी उठाई तब फाइनल में इंडिया का सामना ऑस्ट्रेलिया से हुआ था.टीम इंडिया ने उस मुकाबले को छह विकेट से जीत लिया था.साल 2018 में पृथ्वी शॉ की कप्तानी में टीम इंडिया ने चौथा अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था. अंडर-19 फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के साथ भिड़ंत में साल 2018 में कप्तान पृथ्वी शॉ थे.एक बार फिर यह भारत ही था जिसने माउंट माउंगानुई में बे ओवल में 8 विकेट से जीत हासिल करके खिताब अपने नाम किया। भारत ने पांचवी बार यश ढुल की कप्तानी में 2022 में अंडर-19 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीती थी.फाइनल मैच में इंडिया का सामने इंग्लैंड से हुआ था.
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