सीहोर : सुयश अस्पताल के खिलाफ आक्रोश, लापरवाह को तीन दिन में गिरफ्तार करने की दी चेतावनी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 6 फ़रवरी 2024

सीहोर : सुयश अस्पताल के खिलाफ आक्रोश, लापरवाह को तीन दिन में गिरफ्तार करने की दी चेतावनी

Hospital-protest-sehore
सीहोर। गत दिनों शहर के गंगा आश्रम स्थित प्राइवेट सुयश अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत के बाद भी अभी तक कार्रवाई नहीं होने से नाराज सर्व ब्राह्मण समाज ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर करीब आधा घंटे तक नारेबाजी करने के बाद अपनी तीन सूत्रीय मांगों को तीन दिन में पूरा करने की चेतावनी देते हुए जिला प्रशासन के नाम से संबोधित एक ज्ञापन पत्र डिप्टी कलेक्टर मनीष शर्मा को सौंपकर कहा कि हमारी मांगों को पूरा नहीं किया तो उक्त प्राइवेट अस्पताल में तालेबंदी कर दी जाएगी। मंगलवार को बड़ी संख्या में विप्रजन सुबह शहर के खजांची लाइन स्थित ब्राह्मण धर्मशाला में सुबह ग्यारह बजे एकत्रित हुए और यहां पर सभी ने श्रद्धांजली अर्पित कर मृतात्मा को श्रद्धाजंली अर्पित की और उसके पश्चात सामूहिक रूप से शहर के कलेक्ट्रेट आफिस पहुंचे। इस मौके पर मृतक अश्विनी की बहन ने बताया कि इस प्राइवेट अस्पताल का उन्होंने नाम तक नहीं सुना था, आंखों में आंसु लिए परिजनों ने अस्पताल में हुए मंजर की जानकारी दी। परिजनों का कहना है कि चंद पैसे के लालच में इन अस्पतालों को लूटने का अड्डा बना दिया है। मौत का केंद्र बने प्राइवेट अस्पतालों में क्या ढर्रा चल रहा है, यह किसी से छिपा नहीं है। कुछ अस्पतालों में बड़ी घटना में एक ही डॉक्टर सारे इलाज करते नजर आते हैं तो कुछ में होम्योपैथी के डॉक्टर इलाज कर रहे हैं। इस संबंध में जानकारी के अनुसार पहलवान शर्मा परिवार चरखा लाइन छावनी सीहोर में स्व. गोपाल दास शर्मा की पुत्री अश्विनी (28 वर्ष) का विवाह पलटन एरिया के शरद चतुर्वेदी से हुआ है। अश्विनी चतुर्वेदी आंगनबाड़ी में कार्यरत थी ओर ब्राह्मण समाज की महिला इकाई की अध्यक्ष नीलम शर्मा की भतीजी है।


बीते गुरुवार को अश्विनी को गंगा आश्रम स्थित निजी अस्पताल में डिलीवरी के लिए ले जाया गया था। वह 9 माह की गर्भस्थ थीं। अश्विनी  की बहन ने बताया कि उसकी बहन को अस्पताल में इंजेक्शन आदि लगाया गया, जिसके बाद उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी और उनकी असामायिक मौत हो गई। हालांकि परिजन तत्काल उसे जिला ट्रामा सेंटर में विशेषज्ञ चिकित्सकों के पास ले गए, लेकिन तब तक अश्विनी की मृत्यु हो चुकी थी। मामले में परिजनों ने कोतवाली पुलिस और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सूचना दी। बताया जाता है कि जब अस्पताल में इलाज के पर्चे मांगें गए तो वहां के स्टाफ ने पूरे पर्चे हटा लिए, बल्कि कुछ ही समय में सारे कागजात समेटकर अस्पताल के अधिकांश कर्मचारी वहां से रफूचक्कर हो गये, लेकिन कोतवाली पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर वहां से आवश्यक सबूत जुटाये और कैमरे डीवीआर भी ले लिया, ताकि उससे सबूत मिल सकें। मामले में कोतवाली पुलिस जांच कर रही है, लेकिन अभी तक लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई है। सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष दीपक शर्मा के नेतृत्व में पहुंचे बड़ी संख्या में ब्राह्मणों का कहना है कि हमारी तीन सूत्रीय मांग है। जिसमें लापरवाह डॉक्टर पर कार्रवाई हो और उसकी मेडिकल पै्रक्टिस बंद हो, जिस अस्पताल में यह हुआ उसकी मान्यता रद्द हो और दंडित किया जाए। इसके अलावा उस समय पर ड्यूटी पर कार्यरत नर्सिंग स्टाफ को गिरफ्तार किया जाए डॉक्टर की अनुपस्थित में इलाज कर रही थी।

कोई टिप्पणी नहीं: