दिल्ली। मातृभाषा में नैसर्गिक अभिव्यक्ति होती है जो हमारे व्यक्तित्व को भी बुलंद बनाती है। हिन्दू महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो अंजू श्रीवास्तव ने महाविद्यालय में मातृभाषा सप्ताह के अंतर्गत मातृभाषा हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया। इस अभियान में कालेज के शिक्षकों, सह शैक्षणिक कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि हमारे यहां कहा गया है कि निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति को मूल अतः हमें अपनी अपनी मातृभाषा को अपनाने के लिए संकोच छोड़कर आगे आना होगा। इस अवसर पर उप प्राचार्या प्रो रीना जैन ने कहा कि हिंदू कालेज में भाषाओं के संबंध में अनेक नवाचार होते रहे हैं। हिन्दी विभाग के वरिष्ठ आचार्य डॉ रामेश्वर राय ने कहा कि भाषा का सम्बन्ध मनुष्य के चित्त से होता है। मातृभाषा अकादमिक आवश्यकताओं को भी पूरा कर सके इसके लिए प्रयास होने चाहिए। छात्र संयोजक जसविंदर सिंह तथा उनके दल ने महाविद्यालय के सभी विभागों एवं कक्षा कक्षों में जाकर मातृभाषा में हस्ताक्षर करवाए। हिंदी विभाग की प्रभारी प्रो रचना सिंह ने बताया कि महाविद्यालय में प्रतिदिन आयोजित गतिविधियों में विद्यार्थी उत्साह से भागीदारी कर रहे हैं जिनमें अहिन्दी समझे जाने वाले राज्यों यथा केरल, कर्नाटक और पंजाब के विद्यार्थी भी शामिल हैं। शुक्रवार को आशुभाषण प्रतियोगिता हुई जिसमें झूंझाराम, विवेक, शिवम मिश्रा, बृजलाला, अभिषेक यादव, राई भट्टाचार्य और एम ए पूर्वाद्ध से पंकज कुमार ने भाग लिया। मातृभाषा में हस्ताक्षर अभियान में डा पल्लव, डॉ तालीम, डॉ सांताक्रुज सिंह, डॉ वरुणेंद्र रावत, डा नौशाद अली पुस्तकालयाध्यक्ष संजीव शर्मा, प्रशासनिक अधिकारी राजेश शर्मा, अनुभाग अधिकारी विजेन्द्र तिवारी सहित अध्यापक और विद्यार्थी सम्मिलित हुए। अंत में मातृभाषा सप्ताह संयोजक डॉ नीलम सिंह ने आभार प्रदर्शन किया।
शुक्रवार, 23 फ़रवरी 2024
मातृभाषा में हस्ताक्षर अभियान, हिन्दू कालेज में मातृभाषा सप्ताह
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