विदित हो कि वर्तमान नई बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में जनादेश लेकर सरकार बनाई थी जिसका नेतृत्व वर्तमान मुख्यमंत्री ही कर रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री ने स्वतंत्र निर्णय लेकर युवाओं के लिए सरकारी नौकरी तथा रोजगार के अवसर का सृजन करने में विफल थे जिसके बाद मुख्यमंत्री जी ने पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव के लोकप्रियता एवं उनके युवा जोश में संभावनाएं को देखते हुए महागठबंधन के साथ आकर तेजस्वी यादव के सहयोग से उन्होंने बिहार के विकास की गति देने की दिशा में कदम तो बढ़ाया और सफलता भी प्राप्त किया। केंद्र सरकार के दबाव में आकर मुख्यमंत्री ने समाजवादी विचारधारा से मुंह मोड़ कर लोकतंत्र के हत्यारे तानाशाही विचारधारा को गले लगाने का काम किया जो कि बिहार के हित में नहीं है लेकिन आने वाले चुनाव में युवा नौजवान साथी के साथ ही आम-आवाम नीतीश जी को सबक सिखाने के लिए तैयार हैं। केन्द्र सरकार को उखाड़ फेंकने की संकल्प लेकर देशभर में विपक्षी एकता को एकजुट कर प्रधानमंत्री बनने की सपना पाले बैठे थे। बिहार के युवा के साथ ही आम-आवाम अपने भविष्य को स्वर्णिम बनाने के लिए तेजस्वी प्रसाद यादव को अपना नेता चुनकर बिहार को विकसित बनाने की दिशा में कदम बढ़ाने का ठान लिया है।वर्तमान समय में युवा, नौजवान, किसान के साथ ही आम-आवाम ने तेजस्वी प्रसाद यादव को बिहार के अगले मुख्यमंत्री के रूप में देख रहे हैं और अपना समर्थन महागठबंधन को देने का मन बना चुकी है। मालूम हो कि पलटी मार मुख्यमंत्री ने पहली बार 3 मार्च 2000 बीजेपी,दूसरी बार 24 नवंबर 2005 बीजेपी,तीसरी बार 27 नवंबर 2010 बीजेपी,चौथी बार 22 फरवरी 2015 अकेले,पांचवीं बार 20 नवंबर 2015 आरजेडी,छठी बार 27 जुलाई 2017 बीजेपी,सातवीं बार 16 नवंबर 2020 बीजेपी,आठवीं बार 10 अगस्त 2022 आरजेडी और नौवीं बार 22 जनवरी 2024 बीजेपी मुख्यमंत्री बने।
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