नई दिल्ली। विश्व पुस्तक मेले में राजपाल एंड सन्ज़ के स्टॉल पर ज़ैग़म मुर्तज़ा की पुस्तक पुलिसनामा के दूसरे संस्करण का विमोचन हुआ। पुस्तक के लेखक और पत्रकार ज़ैग़म मुर्तज़ा ने पुलिस के साथ अनुभवों पर लिखी इस पुस्तक पुलिसनामा लिखने के पीछे की कहानी पाठकों के साथ साझा की। उन्होंने कहा कि पुलिस के साथ मेरे पत्रकार के रूप में निजी अनुभव रहे हैं जिन्हें मैं फेसबुक पर छोटे छोटे किस्सों के रूप में लिखता था और इन्हें पाठक बहुत अधिक पसंद करते थे। अशोक कुमार पांडेय के सुझाव पर इन्हें मैंने पुस्तकाकार कर दिया। मुर्तजा ने कहा कि पुलिसनामा सच्ची घटनाओं पर आधारित पुस्तक है। उन्होंने पुलिसनामा के एक रोचक अंश का पाठ भी किया। मुर्तजा ने आयोजन में उपस्थित पाठकों के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि पुलिस भी लोकतंत्र का हिस्सा ही है जिसे समाज की बेहतरी के लिए काम करना होता है। अंत में मीरा जौहरी ने लेखक ज़ैग़म मुर्तज़ा पुस्तक पुलिसनामा के दूसरे संस्करण के लिए उन्हें बधाई और स्मृति चिह्न भेंट किए।
बुधवार, 14 फ़रवरी 2024
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विश्व पुस्तक मेला में "पुलिसनामा" पुस्तक के दूसरे संस्करण का विमोचन व परिचर्चा
विश्व पुस्तक मेला में "पुलिसनामा" पुस्तक के दूसरे संस्करण का विमोचन व परिचर्चा
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