- राष्ट्रपति प्रधानमंत्री के नाम कलेक्टर को सौपा मांग पत्र
सीहोर। झूठे और बनावटी केस में राजस्थान की जोधपूर सेंट्रल जेल में बीते 11 सालों से बंद निर्दोष 86 वर्षीय वयोवृद्ध संत आशाराम बापू के समुुचित आयूर्वेदिक ईलाज और सासम्मान रिहाई के लिए साधक साधिकाऐं एक जुुट होने लगे है। इस मांग को लेकर गुरूवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर योग वेदांत सेवा समिति के सदस्यों ने समितिध्यक्ष केके विश्वकर्मा के नेतृत्व में राष्ट्रपति प्रधानमंत्री गृहमंत्री मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन कलेक्टर प्रवीण सिंह को दिया है। योग वेदांत सेवा समिति ने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति की महानता को पूरे विश्व के मनीषियों ने स्वीकार किया है और इस संस्कृति के आधारस्तंभ तथा धर्म के परिवाहक हैं ब्रह्मज्ञानी संत-महापुरुष जेल में कैद है यी देश के लिए उचित नही है। बीते 13 जनवरी की शाम को बापूजी को सीने में भयंकर पीड़ा के कारण जोधपूर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। एंजियोग्राफी रिपोर्ट के अनुसार उनके हृदय में 3 गंभीर ब्लॉकेज है। जोधपुर में ईलाज की सुविधा उपलब्ध नहीं है। अनेकों बार उनकी बेल और जमानत की सारी अर्जियाँ कोर्ट ने खारिज की हैं और उन्हें कोई बेल या पैरोल नहीं मिली है उन्हे कई गंभीर बीमारियां हो गई हैं। इस के बावजूद संत श्री को रिहा नहीं किया जा रहा है और ईलाज की भी कोई समुुचित व्यवस्था नही की जा रही है। जबकी श्रीयोग वेदांत सेवा समितियां, महिला उत्थान मंडल, युवा सेवा संघ, बाल संस्कार केंद्र जैसे संगठन मातृ-पितृ पूजन, तुलसी पूजन, दिव्य शिशु गर्भ संस्कार, गरीब व आदिवासी विस्तार में भंडारे, व्यसन मुक्ति अभियान, कन्या भ्रूण हत्या रोको अभियान जैसी विभिन्न सामाजिक सेवाओं में निरंतर कार्यरत हैं। पूज्य बापूजी ने लाखों हिन्दुओं को धर्मातरित होने से बचाया है। उन्हें शीघ्र-अतिशीघ्र न्याय मिले, वर्तमान में स्वास्थ्य की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें तुरंत जमानत या पैरोल दी जाये,उनके मौलिक अधिकारों को ध्यान में रखते हुए उन्हें उनकी अनुकूलता के अनुसार त्वरित उत्तम उपचार उपलब्ध कराया जाऐं। ज्ञापन देने योग वेदांत सेवा समिति महेश प्रजापति,दुष्यन्त दासवानी,नंदलाल वर्मा,प्रकाश पलहारकर,चंदर यिह ठाकुर, अभिषेक पांडे,रमा देवी विश्वकर्मा, लक्ष्मी कृशवाह आदि सदस्य गण शामिल रहे।
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