- तेलंगाना और कर्नाटक जैसे राज्यों में जातीय जनगणना नहीं करवा रहे हैं मगर बिहार जैसे गरीब राज्यों को जातियों में बांटने के लिए समाज में हल्ला मचाने में लगे हैं
मध्यप्रदेश की महिलाओं को लाडली स्कीम के तहत 15 सौ रुपये और बिहार की महिला जो सबसे गरीब है उसे 5 सौ रुपए भी ये बीजेपी वाले नहीं दे रहे हैं
प्रशांत किशोर ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस ने वादा किया कि महिलाओं को हर महीने 3 हजार रुपए मिलेगा और बिहार में उनकी अभी सरकार थी, यहां वृद्धा पेंशन 400 रुपए मिल रहा है। राहुल गांधी अभी यहां से गए किसी ने उनसे ये नहीं पूछा कि आप गरीबों की बात करते हैं, कर्नाटक का गरीब गरीब है, कर्नाटक की महिला महिला है, कर्नाटक का बेरोजगार बेरोजगार है, तो क्या बिहार का बेरोजगार बेरोजगार नहीं है? अगर, कांग्रेस की सरकार बेरोजगारी भत्ता कर्नाटक में दे रही है, तेलंगाना में दे रहे हैं, तो बिहार में आपकी सरकार थी, आपने बिहार में बेरोजगारी भत्ता क्यों नहीं दिया? प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर मध्य प्रदेश में भाजपा वालों ने लाडली स्कीम चालू किया है, तो वहां की महिलाओं को 1500 रुपए मिल रहा है। भाजपा बिहार में सरकार में है, तो यहां की महिलाओं को 1500 रुपए क्यों नहीं देते हैं? बिहार तो मध्य प्रदेश से ज्यादा गरीब है। बिहार में वो इसलिए नहीं दे रहे हैं कि नेताओं ने बिहार की जनता को मूर्ख समझ रखा है कि जाति के नाम पर वोट लेते रहो, 4 किलो अनाज के नाम पर वोट लेते रहो बिहार की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
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