बक्सर धर्मप्रांत के बिशप डॉ जेम्स शेखर पवित्र सप्ताह का कार्यक्रम में शिरकत करेंगे - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 14 मार्च 2024

बक्सर धर्मप्रांत के बिशप डॉ जेम्स शेखर पवित्र सप्ताह का कार्यक्रम में शिरकत करेंगे

Bishop-jamesh-shekhar
शाहपुर. बक्सर धर्मप्रांत में शाहपुर पल्ली है.इस पल्ली के पल्ली पुरोहित फादर विजय भास्कर बोज्जा काफी सक्रिय है.ईसाई समुदाय का चालीसा काल का अन्तिम सप्ताह 24 मार्च से शुरू होगा,उसके दस दिन पहले 14 मार्च को पवित्र सप्ताह का कार्यक्रम निर्धारित कर दिया है.यही नहीं शाहपुर पल्ली में एमेरिटस आर्चबिशप विलियम डिसूजा और बक्सर धर्मप्रांत के बिशप डॉ जेम्स शेखर पवित्र सप्ताह का कार्यक्रम में शिरकत करने आएंगे. मालूम हो कि प्रभु येसु ख्रीस्त का दुखभोग 14 फरवरी को राख बुधवार से आरम्भ हुआ था.यह चालीस दिन चलता है.इसके अंत में पास्का पर्व होता है.30 मार्च को मध्य रात्रि पास्का जागरण मिस्सा के साथ समाप्त होता है. पल्ली पुरोहित फादर विजय भास्कर बोज्जा ने कहा कि इस साल का चालीसा काल का अन्तिम सप्ताह 24 मार्च से लेकर 31 मार्च तक है.इसे ईसाई समुदाय पुण्य सप्ताह के रूप में मनाते हैं. इस सप्ताह का प्रतिदिन पवित्र होता है.खीस्तीय विश्वासी भक्ति भावना से उपवास, परहेज करते हुए ईसा मसीह के दुखभोग में शामिल होते हैं.


रविवार 24 मार्च को है खजूर रविवार

खजूर रविवार का उद्देश्य है इस दिन प्रभु येसु के दुखभोग का स्मरण करते हुए होसन्ना होसन्ना का नारा लगाते हुए यरूशलेम नगर में प्रवेश करते हैं.इस दिन का कार्यक्रम प्रातः 8 बजे से सीजे कॉन्वेंट से जुलूस निकलेगा. इस कार्यक्रम का मुख्य अनुष्ठान दाता बक्सर धर्मप्रांत के बिशप महामहिम जेम्स शेखर हैं. 


28 मार्च को पवित्र गुरुवार 

इस दिन का उद्देश्य यह है कि इस दिन प्रभु येसु के दुखभोग के पहले शिष्यों के साथ अंतिम व्यालू करते हुए अपने शिष्यों के पैर धोकर पवित्र यूखरिस्त एवं पुरोहिताई की स्थापना से हैं. इस कार्यक्रम का शाम 5 बजे है. इस मिस्सा बलिदान के दौरान शाहपुर पल्ली के पल्ली पुरोहित फादर विजय भास्कर बोज्जा के द्वारा बारह शिष्यों के पैर धोने से हैं.इस मिस्सा के तुरंत बाद सामूहिक रूप से यूखरिस्त की आराधना की जाएगी. पाद प्रक्षालन वालों में सर्वश्री 1. दयानन्द मास्टर, गंज 2. जोसेफ,.कनैली 3. विजय जोसेफ, बंशीपुर 4. जौन जोसेफ, बंशीपुर 5. मोतीलाल प्रसाद, रुद्रनगर 6. अनिल मास्टर, बरिसवन 7. हीरामन प्रसाद, नावाडीह 8. अजय स्तेफन, गंज 9. वीरेन्द्र कुमार, शाहपुर 10. बरमेश्वर, चकनी 11. राजेन्द्र प्रसाद, सुहियाँ और 12. कल्याण मास्टर, बिलौटी हैं. 


29 मार्च को पुण्य शुक्रवार 

इस दिन का उद्देश्य है कि दुखभोग का दिन उसी दिन प्रभु येसु क्रूस पर मार दिये जाते हैं. इस दिन ईसाई भाई बहन येसु के दुखभोग को याद करते हुए क्रूस रास्ता में भाग लेते हैं तथा अन्य धर्म विधि में शामिल होते हैं. यह कार्यक्रम शाम 3 बजे से क्रूस रास्ता (चर्च कैम्पस) में होगा.दोपहर 4 बजे गिरजाघर में शब्द समारोह क्रूस की उपासना एवं परमप्रसाद वितरण होगा. इसका मुख्य अनुष्ठान दाता श्रद्धेय फादर रिचर्ड डिसूजा ये० स० हैं.


 30 मार्च को पवित्र शनिवार 

इस दिन का उद्देश्य है कि प्रभु येसु का शव कब्र में रखने के बाद भोर होते हुए उनका शरीर तीन दिनों के बाद पुनर्जीवित होते हैं. यही ख्रीस्त के पुनरुत्थान का महोत्सव है. इस घटना को शनिवार अर्धरात्रि को याद करते हैं.इस कार्यक्रम के अवसर पर रात्रि 10ः30 चर्च प्रांगण में पास्का जागरण, नये आग की आशीष एवं जुलूस तथा ज्योति का गुणगान एवं मिस्सा बलिदान होगा. इसका अनुष्ठानकर्ता एमेरिटस आर्चबिशप विलियम डिसूजा येसु समाजी है. 


 31 मार्च को पवित्र रविवार 

इस दिन का समारोही मिस्सा एमेरिटस आर्चबिशप विलियम डिसूजा येसु समाजी करेंगे. इसका उद्देश्य है कि तीसरे दिन मृत्युंजय प्रभु येसु को हम सभी खुशी एवं आनन्द के साथ आराधना करते हैं. कार्यक्रम प्रातः 8 बजे पवित्र यूखरिस्त समारोह होगा.मुख्य याजक एमेरिटस आर्चबिशप विलियम डिसूजा आप सबों को हैप्पी ईस्टर कहकर अल्लेलूईया - अल्लेलूईया सप्रेम व्यक्त करेंगे.

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