सीहोर : फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से : पंडित सचिन द्विवेदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 23 मार्च 2024

सीहोर : फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से : पंडित सचिन द्विवेदी

  • फूलों व प्राकृतिक रंगों से मनाया फाग उत्सव

Holi-sehore
सीहोर। हर साल की तरह इस साल भी शहर के सैकड़ाखेड़ी स्थित वृद्धाश्रम में श्रद्धा भक्ति सेवा समिति, जिला संस्कार मंच और पिपलेश्वर महादेव समिति सहित अन्य संगठनों के तत्वाधान में आठ दिवसीय फाग महोत्सव का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर उज्जैन के शनि मंदिर के पुजारी पंडित सचिन द्विवेदी सहित अन्य फाग गायकों के द्वारा फाग का गायन किया। इस मौके पर पंडित श्री द्विवेदी ने फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से, रंग मत डारे रे सांवरिया म्हारो गुजर मारे रे, आज ब्रज ने होली र रसिया जैसे भजनों की संगीतमय प्रस्तुति दी। श्रद्धा भक्ति सेवा समिति की अध्यक्ष श्रीमती निशा सिंह ने बताया कि हर साल आश्रम में होली के पावन अवसर पर आठ दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस मौके पर शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों, संस्थाओं के अलावा अन्य के द्वारा लगातार आठ दिनों तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसके पहले दिन केन्द्र के प्रभारी नटवर सिंह के मार्गदर्शन में शनिवार को फाग महोत्सव की शुरूआत की गई थी। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में पिपलेश्वर समिति की ओर से एलएन सेन, राधेश्याम मकवाना, अशोक सोनी, जिला संस्कार मंच की ओर से मनोज दीक्षित मामा आदि ने यहां पर मौजूद वृद्धजनों के साथ फाग उत्सव मनाया गया। इस मौके पर पर्यावरण हितैषी रंगों और फूलों से पुाग गीत, होली नृत्य के मनोरंजक प्रस्तुतियां दी गई।


होली के त्यौहार को बड़े उत्साह के साथ मनात

मंच के संयोजक श्री दीक्षित ने बताया कि भारतीय संस्कृति में फाग महोत्सव का बड़ा स्थान होता है। भारतीय संस्कृति के अनुसार होली अपने आप में एक बड़ा त्यौहार है जो एक दूसरे को जोड़कर चलती है। हमारे पूर्वज और हम सभी होली के त्यौहार को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं। हमारे क्षेत्र का सौभाग्य है कि गुरुदेव अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा जो महादेव की होली का आह्वान किया है। इसके अंतर्गत आगामी 26 मार्च को शहर में उत्साह के साथ महादेव की होली का आयोजन किया जाएगा। जिसमें शहर ही देश के कोने-कोने से श्रद्धालु उपस्थित रहेंगे। पहले देश में बरसाने की होली का महत्व था, लेकिन अब महादेव की पवित्र होली का भी उतना ही महत्व हो गया है। इस दिन श्रद्धालुओं के द्वारा भगवान शिव सहित मंदिर में यह उत्साह मनाया जाता है।


आज किया जाएगा होली का दहन

उन्होंने बताया कि शहर के सैकड़ाखेड़ी में रात्रि को होली दहन किया जाएगा। इस मौके पर पूर्ण विधि-विधान से वृद्धाश्रम में निवासरत बुजुर्गों के द्वारा होली दहन किया जाएगा और रात्रि में भजन संध्या का आयोजन भी किया जाएगा। रविवार की दोपहर बारह बजे से फाग महोत्सव का सिलसिला शुरू किया जाएगा। जिसमें भजन मंडलों के द्वारा फाग की प्रस्तुति दी जाएगी। 

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