- बेटी विवाह के लिए जमीन बिक्री करने आए लोग हताश होकर वापस लौटे
क्या कहते हैं संघ के पदाधिकारी :
कातीब संघ के सचिव विपिन लाल दास ने बताया कि सरकार द्वारा एकाएक लाएं गए नियम से खासकर गरीब परिवार प्रभावित होगें। लोगों के हालात खराब होने के बाद ही जमीन बिक्री करते हैं, लेकिन नये नियम ने ऐसे लोगों को बीच मझधार में छोड़ दिया है। सरकार को कुमार राहत देनी चाहिए। एकाएक घोषणा से कई मांगों में सिंदूर नहीं भर पाऐगा। कातीब अमोद कुमार ने बताया कि मार्च क्लोजिंग के साथ वर्तमान समय में लग्न चल रहा है। कई लोग अपनी बेटी के शादी के लिए जमीन बेच रहे हैं। लेकिन नये नियम के कारण लोग प्रभावित हो चुके हैं। मजबूर होकर बेटी के शादी के लिए लाखों रुपये ब्याज ले रहे हैं। इससे उस परिवारों पर एक और कर्ज का बोझ पड़ेगा। वहीं, स्टाम्प भेंडर राज मोहन पाण्डे ने बताया कि आम दिनों में 60 से 70 हजार रुपये का स्टाम्प की बिक्री होती थी, लेकिन बीते पांच दिनों से नये नियम से स्टाम्प बिक्री ठप है। इन पांच दिनों में मात्र बीस हजार रुपये का एग्रीमेंट स्टाम्प की बिक्री हुई है। जमीन बिक्री करने आए लदनियां प्रखंड के पिपराही गांव निवासी हजरत अली ने बताया कि बेटी के शादी के लिए जमीन बिक्री करने आए हैं, लेकिन जमाबंदी के कारण जमीन बिक्री पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने बताया कि हमारा भाई अपने हिस्से का जमीन बेच लिया। अपनी जमीन बिक्री करने के लिए जमाबंदी की मांग की जा रही है। जमाबंदी मेरे पिता के नाम से है। वहीं, बासोपट्टी थाना क्षेत्र के जोंकी महिनाथपुर निवासी परमेश्वर महतों ने बताया कि बेटी की शादी में पैसे की कमी के कारण जमीन बिक्री करने आए थे, लेकिन जमीन बिक्री के लिए नये नियम से घिर गए हैं।
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