सीहोर : झगड़ा प्रथा के पीडि़त बुजूर्ग को एसपी ने कराया गृह प्रवेश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 4 मार्च 2024

सीहोर : झगड़ा प्रथा के पीडि़त बुजूर्ग को एसपी ने कराया गृह प्रवेश

  • बेटे ने कर लिया था प्रेम विवाह, पूरे परिवार ने भुगती सजा 
  • आष्टा तहसील के नौगांव थाना सिद्धीकगंज का है पुरा मामला    

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सीहोर। झगड़ा प्रथा से पीडि़त बुजूर्ग राम सिंह को जिला पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी की मदद से घर वापस मिल गया। बुुजूर्ग के बेटे ने पति और बच्चों को छोड़कर नौगांव आई दो बच्चों की मां से प्रेम विवाह कर लिया था जिस से आक्रोशित होकर समाजजनों ग्रामवासियों ने बुजुर्ग के पूरे परिवार को गांव से निकाला देकर प्रधानमंत्री आवास पर कब्जा जमा लिया था। गांव वापस आने पर कड़ी सजा भुगतने का फरमान भी पीडि़त परिवार को सुना दिया था। बुजुर्ग को गृह प्रवेश कराने में आष्टा एसडीओपी आकाश अमलकर और सिददीकगंज थाना प्रभारी गोपिंद्र सिंह राजपूत की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। मदद के लिए एक वर्ष तक कई सरकारी दफतरों के चक्कर लगाने के बाद निराश नौगांव निवासी अनुसूचित जाति के 75 साल के बुजुर्ग रामसिंह आत्मज कुंजीलाल मीडिया कर्मियों की सलाह पर बीते दिनों जिला पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी के जनता दरबार में पहुंच गए। बुजुर्ग ने रूधे गले से रोते हुए एसपी श्री अवस्थी को बताया की पत्नि की मृत्यु हो चुकी है तीन बेटे है जिस में से दो की शादी कर दी है वह अपनी दुल्हन लेकर मेहनत मजदूरी करने के लिए बाहर चले जाते है। सबसे छोटे बेटे उदय सिंह उर्फ  पिंटू ने पति और बच्चों को छोड़कर नौगांव आई दो बच्चों की मां रचना बाई को गांव से बाहर ले जाकर प्रेम विवाह कर लिया था जिस का हमने भी विरोध किया रचना को वापस पति के घर जाने के लिए कहा लेकिन वह नही मानी और रचना के परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराकर बेटे को जेल भेज दिया।


रचना के परिजनों और उसके पति ने झगड़ा प्रथा के तहत एक लाख रूपये की मांग मेरे सामने रखी इतनी बड़ी राशि जुटाना मुश्किल रहा। इधर घटना से आक्रोशित गांववालों और समाजजनों ने गांव से मेरे पूरे परिवार को बाहर भगा दिया और प्रधानमंत्री आवास पर कुछ लोगों ने कब्जा जमा लिया और गांव आने पर जान से खत्म करने की धमकी दी। जिस के बाद घर से बेघर हो कर मदद के लिए ग्राम पंचायत जनपद कार्यालय तहसील कार्यालय एसडीएम कार्यालय में शिकायत की सिददीकगंज थाना में भी आवेदन दिया लेकिन कहीं से भी कोई मदद नही मिली। बुजुर्ग की आपबीती सुन एसपी मयंक अवस्थी ने तत्काल आष्टा एसडीओपी आकाश अमलकर को निर्देशित किया। एसडीओपी श्री अमलकर ने सिददीकगंज थाना प्रभारी गोपिंद्र सिंह राजपूत को पूरे मामले की पड़ताल करने के निर्देश दिए। सिददीकगंज थाना प्रभारी श्री राजपूत ने ग्रामीणों सहित संबंधित महिला के परिजनों से चर्चा कर बुजूर्ग को सम्मान गृह प्रवेश करा दिया। वर्तमान में राम सिंह का पूरा परिवार खुशी के साथ नोगांव स्थित घर में रह रहा है फरियादी राम सिंह के परिवार ने जिला पुलिस अधीक्षक मयंक अस्वथी सहित एसडीओपी आकाश अमलकर सिददीकगंज थाना प्रभारी गोपिंद्र सिंह राजपूत एवं पुलिस प्रशासन का हदृय से आभार व्यक्त किया है। 

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