पटना : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में दिनांक 16 मार्च 2024 को “कौशल विकास एवं पोषण सुरक्षा द्वारा महिला सशक्तिकरण” थीम पर प्रशिक्षण, प्रक्षेत्र भ्रमण एवं परिचर्चा का आयोजन “अनुसूचित जाति उप-परियोजना” के अंतर्गत किया गया | इस कार्यक्रम में दानापुर, मसौढ़ी, रघुरामपुर एवं सेल्होरी के कुल 33 महिलाओं एवं 10 कृषकों ने भाग लिया, जहाँ उन्हें समूह के आधार पर 28 महिलाओं को सिलाई मशीन, 05 महिलाओं एवं 11 कृषकों को वाटर पंप प्रदान किए गए। निदेशक डॉ. दास ने महिला सशक्तिकरण के लिए बैकयार्ड फार्मिंग, पोषण वाटिका, मशरूम उत्पादन, मुर्गीपालन, बकरी पालन, मछली पालन की महत्ता पर जोर दिया, जिससे नियमित आय के साथ-साथ परिवार को पौष्टिक आहार भी मिले | साथ ही उन्होंने इस तथ्य पर भी जोर दिया कि इन चीजों के अतिरिक्त सिलाई मशीन जैसे उपकरणों का उपयोग करना, छोटी दुकान चलाना आदि उनके आय को बढ़ाने के कारगर माध्यम हैं | उन्होंने कहा कि संस्थान द्वारा इस तरह के प्रयास भविष्य में भी जारी रहेंगे। डॉ. शिवानी, प्रधान वैज्ञानिक ने महिला किसानों को सिलाई मशीन की उपयोगिता एवं इसको चलाने का प्रशिक्षण दिया | उन्होंने बताया कि इसका इस्तेमाल कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं। इससे उनको रोजगार का भी अच्छा अवसर मिलेगा। महिला किसानों ने संस्थान में प्रक्षेत्र भ्रमण के दौरान पोषण वाटिका, समेकित कृषि प्रणाली मॉडल और बैकयार्ड मुर्गीपालन के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। महिला किसानों ने संस्थान के निदेशक एवं सभी प्रभागाध्यक्षों; डॉ. आशुतोष उपाध्याय, डॉ. कमल शर्मा, डॉ. संजीव कुमार एवं डॉ. उज्ज्वल कुमार के साथ विभिन्न विषयों पर भी गहन चर्चा की एवं अपने-अपने अनुभव साझा किए तथा बताया कि इस तरह के उपकरणों के प्रयोग से उनकी आय में वृद्धि होगी| कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. रजनी कुमारी, डॉ. अभिषेक कुमार, डॉ. कीर्ति सौरभ, डॉ. मृदुस्मिता देबनाथ, डॉ. सोनाका घोष, श्री रवि रंजन, वरिष्ठ तकनीशियन (प्रयोगशाला) एवं श्रीमती उषा किरण, तकनीशियन (प्रयोगशाला) का महत्वपूर्ण योगदान रहा | डॉ. रजनी कुमारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
शनिवार, 16 मार्च 2024
पटना : कौशल विकास एवं पोषण सुरक्षा से महिलाएं सशक्त होंगी : डॉ. अनुप दास
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