वाराणसी : रोमेश खजुरिया बने सीईपीसी के कार्यवाहक चेयरमैन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 14 मार्च 2024

वाराणसी : रोमेश खजुरिया बने सीईपीसी के कार्यवाहक चेयरमैन

  • हस्तशिल्प मंत्रालय के निर्देश पर सीईपीसी के नयी कमेटी गठन होने तक रहेगा प्रभार
  • पुरानी पद्धति के अनुसार जल्द ही होंगे चेयरमैन व प्रशासनिक सदस्यों के चुनाव, उच्च न्यायालय ने डीसी (एच) के चुनाव अमान्य घोषित कर चुकी है

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वाराणसी (सुरेश गांधी) विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) के निर्देश पर गुरुवार को रोमेश खजुरिया को कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) का कार्यवाहक चेयरमैन नियुक्त किया गया है। खजुरिया वूल इक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल के चेयरमैन है। जबकि परिषद के पूर्व अधिसाशी निदेशक शिवकुमार गुप्ता की ज्वाइनिंग ओएसडी और जगमोहन अग्रवाल की नियुक्ति अधिसाशी निदेशक के रुप में हुई है। ये सभी सीईपीसी के नए कमेटी के गठन होने तक अपने पद पर बनें रहेंगे। खास बात यह है कि अधिशासी निदेशक जगमोहन अग्रवाल के देखरेख में ही सीईपीसी का चुनाव संपंन होगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही हस्तशिल्प के निर्देश पर सीईपीसी के नई कमेटी के लिए चुनाव कराएं जायेंगे। चुनाव पुरानी पद्धति पर ही संपंन होगा। नवनियुक्त चेयरमैन को सीईपीसी के पूर्व प्रशासनिक सदस्य उमेश गुप्ता, रोहित गुप्ता, संजय गुप्ता, बोधराज, कैप्टन मुकेश, वासिफ, इम्तियाज़, असलम महबूब, राजा शर्मा, अब्दुल सत्तार, अशफाक अंसारी, राशिद कमर अंसारी, मोहसेन अंसारी, अमित मौर्य, उमेश शुक्ला, फ़िरोज़ वज़ीरी आदि ने बधाई दी है।


बता दें, विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) ने 10 सितंबर 2021 के कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के चुनाव नतीजों को अमान्य घोषित कर दिया था। सीईपीसी के प्रभारी अधिशासी निदेशक से उन्होंने तत्काल 18 प्रशासनिक सदस्यों के चुनाव कराने का आदेश दिया था। इस मामले में परिणाम के घोषित होने के बाद प्रत्याशी संजय कुमार गुप्ता ने धांधली के आरोप लगाते हुए चुनाव रद्द करने की मांग की थी। डीसी (एच) द्वारा चुनाव अमान्य घोषित करने के बाद निर्वाचित प्रतिनिधियों ने दिल्ली उच्च न्यायालय में अपील की थी। लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली। गत 15 फरवरी को दिए फैसले में सितंबर 2021 के चुनाव नतीजों को रद कर नए सिरे से फिर से चुनाव कराने के निर्देश दिए गए हैं। फैसले में कहा गया है कि प्रभारी अधिशासी निदेशक नए सिरे से पारदर्शी, परिषद के बाईलाज और चुनाव नियमों का पालन करते हुए फिर से चुनाव कराएं।

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