- अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी निंदनीय, बिहार दिवस पर माले महासचिव ने बिहार की संघर्षशील जनता को दी शुभकामनाएं
जब इलेक्टोरल बॉण्ड घोटाले में पूंजीपतियों से हजारों करोड़ जमा करने के आरोप में भाजपा खुद कठघरे में है, ऐसे में अरविन्द केजरीवाल की गिरफ्तारी सवाल खड़े करती है. सर्वोच्च न्यायालय ने इलेक्टोरल बॉण्ड को असंवैधानिक करार देकर उनका हिसाब मांग लिया है, तब यह तानाशाहाना गिरफ्तारी भी माहौल को बदलने में भाजपा के काम नहीं आ पायेगी. लोकसभा चुनावों से ठीक पहले गिरफ्तारियां, धमकियां और परेशान करने वाली हरकतों से साफ हो गया है कि इस सरकार को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की कोई परवा नहीं है. सरकार के भेदभाव वाले अलोकतांत्रिक कानूनों, धार्मिक उन्घ्माद और हिंसा, जनता में बढ.ती आर्थिक असमानता एवं बेरोजगारी, और अमीरों व पूंजीपतियों के लिए जमा की जा रही अकूत सम्घ्पत्तियों के खिलाफ जनता का गुस्घ्सा बढ. रहा है इसीलिए सरकार चुनावों से पहले विपक्ष पर लगातार हमले कर रही है. भाकपा (माले) मांग करती है कि अरविन्द केजरीवाल, हेमन्त सोरेन, मनीष सिसौदिया समेत सभी विपक्षी नेताओं को तत्काल रिहा किया जाय. पार्टी सभी विपक्षी दलों की एकता को और मजबूत करते हुए आम जनता के समर्थन से आगामी चुनावों में शासक पार्टी को करारी शिकस्त देने का आह्वान करती है. माले महासचिव ने बिहार दिवस के अवसर पर तानाशाही के खिलाफ संघर्षरत बिहार की जनता को शुभकामनाएं देते हुए कहा - हम लड़ेंगे-जीतेंगे!
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