पटना, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना के “निरंतर आय और कृषि स्थिरता के लिए सहभागी अनुसंधान अनुप्रयोग (PRAYAS)” परियोजना के महिला वैज्ञानिकों की टीम द्वारा दिनांक 14 मार्च 2024 को सेल्हौरी गांव, दुल्हिन बाजार, पटना में महिला सशक्तिकरण और बाल विकास कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास के मार्गदर्शन में किया गया । इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कमजोर वर्ग की महिलाओं को कृषि के माध्यम से आजीविका के विभिन्न विकल्पों के लिए सशक्त बनाना था। शुरुआत में डॉ. शिवानी, प्रधान वैज्ञानिक ने गांव की वार्ड सदस्य सुश्री नागमणि का स्वागत किया और पूरी पहल और कार्यक्रम के बारे में बताया। संस्थान के सामाजिक-आर्थिक एवं प्रसार प्रभाग के प्रमुख डॉ. उज्ज्वल कुमार ने विभिन्न आजीविका विकल्पों पर जोर दिया, जिन्हें महिलाएं कृषि के माध्यम से अपना सकती हैं और अपने कौशल में वृद्धि कर सकती हैं। महिला किसानों को उन्नत किस्म की सब्जियों के बीज तथा खुरपी प्रदान की गई, ताकि वे परिवार की पोषण सुरक्षा बढ़ाने के लिए वर्ष भर सब्जियों का उत्पादन कर सकें। आंगनवाड़ी बच्चों के विकास हेतु एक नई पहल के तहत 60 बच्चों को शैक्षणिक किट भी दिए गए। महिलाएं अपने गांव में इस प्रकार की पहल से बहुत खुश थीं। टीम ने गांव में मशरूम यूनिट का भी दौरा किया एवं इसका दायरा बढ़ाने हेतु आवश्यक सुझाव दिए । डॉ. रजनी कुमारी, डॉ. रचना दुबे, डॉ. अभिषेक कुमार, डॉ. कुमारी शुभा, डॉ. कीर्ति सौरभ, डॉ. मृदुस्मिता देबनाथ और डॉ. सोनका घोष ने भी कृषि एवं पशु प्रबंधन संबंधित उन्नत तकनीकियों पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए । कार्यक्रम में श्री रवि रंजन, वरिष्ठ तकनीशियन (प्रयोगशाला) ने भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया | डॉ. रजनी कुमारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ ।
शुक्रवार, 15 मार्च 2024
पटना : ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने में महिला वैज्ञानिकों की अहम पहल
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें