- दुनिया भर के शिवभक्त बनेंगे इस महाआयोजन के साक्षी, लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए एक क्लिक में जुड़ेंगे श्री काशी विश्वनाथ धाम से
10 लाख श्रद्धालु करेंगे दर्शन
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि महाशिवरात्रि पर गर्भगृह से 36 घंटे लाइव स्ट्रीमिंग का इंतजाम किया गया है। इस दौरान अधिकारी और कर्मचारी भी अनवरत काम करेंगे। शिफ्टवार सभी की ड्यूटी लगाई गई है। इस बार 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के बाबा दरबार में मत्था टेकने की व्यवस्था की गयी है। बाबा के दरबार में वृद्धों और दिव्यांगों के लिए विशेष प्रबंध करते हुए प्रशासन गोदौलिया और मैदागिन से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर तक 10 इलेक्ट्रिक ऑटो और 5 गोल्फ कार्ट चलाने का निर्णय लिया है। इसके अलावा बैरिकेडिंग लगाई जा रही है। मंदिर की ओर से भक्तों की सेवा और मदद के लिए वॉलंटियर लगे रहेंगे। पीने के पानी, चिकित्सा आदि की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।
जगह-जगह लगेंगे एलईडी स्क्रीन टीवी
वाराणसी स्मार्ट सिटी द्वारा अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन समेत अन्य प्रमुख स्थलों पर लगे एलईडी स्क्रीन पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर गर्भगृह के लाइव दर्शन का टेलीकास्ट किया जाएगा। मंडलायुक्त एवं अध्यक्ष, वाराणसी स्मार्ट सिटी कौशल राज शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि के शुभ उपलक्ष्य में शहर के दर्शनार्थी एवं श्रद्धालुओं श्री काशी विश्वनाथ मंदिर गर्भगृह के लाइक दर्शन करायेंगे जायेंगे।
ऐसे होगा प्रवेश और निकास
श्री काशी विश्वनाथ धाम में गेट नंबर चार से दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। श्रद्धालु नीलकंठ भवन से कतारबद्ध होकर शंकराचार्य चौक में प्रवेश करेंगे। जांच के बाद मंदिर परिसर में प्रवेश सी द्वार से होगा। गर्भगृह के उत्तरी द्वार से झांकी दर्शन के बाद श्रद्धालु शंकराचार्य चौक होते हुए गंगा द्वार से बाहर निकलेंगे। ंदूफारिया रैंप से प्रवेश करने वाले श्रद्धालु यात्री सुविधा केंद्र एक की बैरिकेडिंग से होते हुए मंदिर प्रांगण में डी गेट से प्रवेश करेंगे। गर्भगृह के पश्चिमी द्वार से झांकी दर्शन के बाद दोबारा डी गेट से बाहर निकलते हुए शृंगार गौरी के रास्ते बाहर निकलेंगे। ढुंढिराज की तरफ से आने वाले दर्शनार्थी अन्नपूर्णा द्वार से प्रवेश करेंगे और चेकिंग के बाद डी गेट से मंदिर प्रांगण में पहुंचेंगे। गर्भगृह के पश्चिमी द्वार से झांकी दर्शन करने के बाद पुनः डी गेट से बाहर निकलते हुए शृंगार गौरी से बाहर निकलेंगे। सरस्वती द्वार से आने वाले श्रद्धालु यात्री सुविधा केंद्र दो के चेकिंग प्वाइंट से गुजरते हुए बी गेट से मंदिर प्रांगण में पहुंचेंगे। गर्भगृह के दक्षिणी द्वार से झांकी दर्शन करते हुए पुनः बी गेट से बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे। गंगा द्वार से प्रवेश करने वाले श्रद्धालु शंकराचार्य चौक होते हुए ए गेट से मंदिर परिसर में आएंगे। गर्भगृह के पूर्वी द्वार से झांकी दर्शन के बाद दोबारा ए गेट से बाहर निकलेंगे। प्रोटोकॉल के जरिये आने वाले श्रद्धालुओं को गेट नंबर चार से प्रवेश दिलाया जाएगा। शृंगार गौरी चेकिंग प्वाइंट से नंदी के पास से मंदिर प्रांगण में प्रवेश करेंगे। सी गेट से दर्शन करने के बाद इसी रास्ते से वापस आएंगे।
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