- धाम तक जाने वालों के लिए 60 से अधिक पेयजल के टैंकर और कथा स्थल पर लाखों श्रद्धालुओं के लिए भोजन की व्यवस्था, बना रिकार्ड पिछले चार दिन में 60 लाख से अधिक श्रद्धालुओं को मिली भोजन प्रसादी, न साधु बनने की जरूरत है, न संन्यासी-एक लोटा जल, हर समस्या का हल
- घर का शिवलिंग प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र : पंडित प्रदीप मिश्रा
भगवान आपकी सादगी की पूजन से प्रसन्न होते
उन्होंने कहा कि भगवान को किसी भी आडंबर या दिखावे की जरूरत नहीं है। भगवान आपकी सादगी की पूजन से प्रसन्न होते हैं। आप कितने ही सुंदर हो जाओ लेकिन एक दिन ऐसा आता है जब आपकी काया ढल जाती है। आपका शरीर मुरझा जाता है। लेकिन भक्ति की शक्ति और विश्वास कभी कम नहीं होता। जिसका भगवान पर विश्वास है वह हमेशा सफलता पाता है।
पंडाल पूरा भराने के बाद भाव-विभोर होकर धूप, गर्मी की परवाह नहीं करते हुए श्रद्धालुओं ने कथा का रसपान किया
रविवार को भी कथा के चौथे दिन पंडाल पूरा भराने के बाद भाव-विभोर होकर धूप, गर्मी की परवाह नहीं करते हुए श्रद्धालुओं ने कथा का रसपान कर रहे है। भक्ति में तप जरूरी है। आग में जितना सोना तपता है उतना ही उसमेें निखार आता है, उसी प्रकार साधु संत भी जितनी तपस्या करते हैं उतना निखार व तेजस्व आता है। अपने शरीर से किसी प्रकार का मोह नहीं रहता है। वह हर मौसम में कष्ट सहन करने लायक अपने शरीर को बनाते हैं। कुबेरेश्वरधाम पर हर रोज 10 लाख से अधिक श्रद्धालु आ रहे है। जिनके लिए आधा दर्जन से अधिक पंडाल लगाए गए है। इसके बाद भी भक्त पूरी आस्था के साथ कथा का श्रवण कर रहे है।
पिछले चार दिन में 60 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के भोजन प्रसादी वितरण
जिला प्रशासन, विठलेश सेवा समिति, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रवासियों की ओर से अनेक स्थानों पर भंडारे का आयोजन कर भोजन प्रसादी का वितरण किया जा रहा है। पिछले चार दिनों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के चेहरे पर अलौकिक चमक है और पूरी आस्था और उत्साह के साथ बाबा का आशीर्वाद लेने के लिए उमड़ रहे है। शहर के रेलवे स्टेशन, नदी चौराहे आदि पर भंडारे की व्यवस्था की गई है। वहीं जिला प्रशासन ने पुलिस सहायता केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्र, जनपद की ओर से पानी के टैंकर आदि की व्यवस्था की है।
आज शाम को दी जाएगी प्रस्तुति
विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान सुबह से ही विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का शुभारंभ हो जाता है। इसके अंतर्गत सुबह रुद्राक्ष अभिषेक, दोपहर में कथा और रात्रि में धार्मिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी। इसमें श्रीराम मंदिर की संगीतमय महागाथा प्रस्तुति करवाई जा रही है. इसमें राम जन्म-भूमि के संघर्ष के इतिहास की भव्य प्रस्तुति की जायेगी. कार्यक्रम में शेवानी संगीतमय महागाथा की प्रस्तुति देंगे।
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