पटना : पलायन कर चुके लोगों को वापस बुलाकर रोजगार दिया जाएगा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 12 मार्च 2024

पटना : पलायन कर चुके लोगों को वापस बुलाकर रोजगार दिया जाएगा

  • बिहार में जब जनता का राज लाएंगे तब पलायन कर चुके लोगों को वापस बुलाकर रोजगार दिया जाएगा, 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को हर महीने 2 हजार रुपए पेंशन की व्यवस्था की जाएगी

Prashant-kishore-jan-suraj
पटना : जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि इस बार हम संकल्प लेकर आए हैं। हमने किसी नेता और दल का नहीं आपका हाथ पकड़ा है, आपके बच्चों का हाथ पकड़ा है। दो साल में जैसे आप दही को मथकर मक्खन निकालते हैं, वैसे ही समाज को मथकर, बिहार को मथकर ऐसे लोगों को निकालेंगे, जिसको आपके आशीर्वाद और वोट से जिताकर लाएं और जनता का राज बनाएं। दो साल में जनता का राज बनेगा। हमारा पहला संकल्प है, नाली-गली बने चाहे ना बने, स्कूल अस्पताल जब सुधरेगा तब सुधरेगा, लेकिन साल भर के अंदर आपके घर से जितने लोग बाहर कमाने गए हैं या आपके गांव में जितने युवा बेरोजगार बैठे हैं उनको नौकरी मिले चाहे ना मिले, कम से कम 10 से 15 हजार रुपए का रोजी-रोजगार बिहार में करके दिया जाएगा।


60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए हर महीने 2 हजार रुपए पेंशन की व्यवस्था की जाएगी

प्रशांत किशोर ने कहा कि लोगों ने बताया कि बिहार में सबसे ज्यादा परेशान बुजुर्ग लोग हैं, जो मजदूरी भी नहीं कर सकते हैं। 60 साल से अधिक उम्र की महिला और पुरुषों के लिए हर महीने 2 हजार रुपए पेंशन की व्यवस्था की जाएगी। लोगों से सवाल पूछते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि अगली बार वोट रोजगार के लिए होना चाहिए कि 5 किलो अनाज के लिए? इसपर लोगों ने रोजगार कहा। प्रशांत किशोर ने अगला सवाल किया कि आपको अपने बच्चों के लिए पढ़ाई चाहिए या अपनी जाति का नेता चाहिए? इसपर लोगों ने कहा हमें अपने बच्चों के लिए पढ़ाई चाहिए।

कोई टिप्पणी नहीं: