पटना : आईसीएआर में विश्व जल दिवस का आयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 22 मार्च 2024

पटना : आईसीएआर में विश्व जल दिवस का आयोजन

World-water-day
पटना, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में  22 मार्च, 2024 को "शांति के लिए जल" विषय पर विश्व जल दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में इं आरती कुमारी, वैज्ञानिक, भूमि एवं जल प्रबंधन प्रभाग ने स्वागत भाषण से सभी का अभिनंदन किया । इस कार्यक्रम के अंतर्गत ऑनलाइन  माध्यम  से डॉ. हिमांशु पाठक, माननीय महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और डॉ. सुरेश कुमार चौधरी, माननीय उप महानिदेशक (प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने गहराते जल संकट और जल प्रबंधन की मांग, आपूर्ति और प्रबंधन पक्ष पर विस्तृत चर्चा की। संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास, निदेशक ने कुशल सिंचाई जल प्रबंधन के लिए खेती के बेहतर तरीकों का सुझाव दिया । साथ ही उन्होंने वर्षा जल संचयन और उपयोग, दैनिक जीवन में जल बचत के विभिन्न तरीकों, सूखा सहने योग्य फसल किस्मों, यथास्थान जल प्रबंधन पद्धतियों, स्मार्ट जल गांव का विकास और एकीकृत जल मॉडल आदि के उपयोग पर जोर दिया । भूमि एवं जल प्रबंधन प्रभाग के प्रमुख डॉ. आशुतोष उपाध्याय ने कुशल सिंचाई जल प्रबंधन पर जागरूकता के बारे में प्रकाश डाला। उन्होंने सिंचाई के पानी की गुणवत्ता बनाए रखने के साथ-साथ, भूगर्भीय जल दोहन, वर्षा जल संचयन, जल का पुनः उपयोग, नहर और यथास्थान जल प्रबंधन, जल के बहुआयामी उपयोग, आदि विषयों पर अपने अनुभव साझा किए । सभी विभागों के प्रमुखों ने जल के महत्व और इसके संरक्षण पर प्रकाश डाला और जल के विवेकपूर्ण उपयोग के तरीके बताए, साथ ही विश्व जल दिवस की महत्ता पर विभिन्न वैज्ञानिकों ने भी विस्तृत रूप से चर्चा की । इस अवसर पर बक्सर जिले के किसानों को आधुनिक सिंचाई तकनीकों के बारे में जागरूक करने के लिए विभिन्न सूक्ष्म सिंचाई तकनीकों का प्रदर्शन वैज्ञानिक डॉ. अकरम अहमद द्वारा किया गया। कार्यक्रम के सफल संचालन एवं निष्पादन में संस्थान के सभी वैज्ञानिकों योगदान रहा | भूमि एवं जल प्रबंधन प्रभाग के वैज्ञानिक डॉ. अकरम अहमद द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ ।

कोई टिप्पणी नहीं: