सीहोर : पशुपति नाथ मंदिर में चार प्रहर की पूजा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 8 मार्च 2024

सीहोर : पशुपति नाथ मंदिर में चार प्रहर की पूजा

  • सुबह पांच बजे से विप्रजनों के वैदिक मंत्रों से रुद्राष्टक किया

Pashupatinath-sehore
सीहोर। हर साल की तरह इस साल भी शहर के अवधपुरी स्थित भगवान पशुपति नाथ मंदिर में सुबह पांच बजे से आधा दर्जन से अधिक ब्राह्मणों के द्वारा महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। सुबह से वैदिक मंत्रों से रुद्राष्टक से अभिषेक के साथ चार प्रहर की पूजा अर्चना की जा रही है। दोपहर में महिला मंडल के द्वारा भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए पंडित अखिलेश राजोरिया ने बताया कि शुक्रवार को सुबह से ही महाशिवरात्रि का पर्व आस्था और उत्साह के साथ मनाया गया। इस मौके पर सुबह पंच रत्न और पंचामृत अभिषेक किया गया। इसके अलावा फूलों से विशेष श्रृंगार किया गया था। इसके पश्चात पंचाक्षरी मत्र जाप और रात्रि को चार प्रहर की पूजा अर्चना की गई। उन्होंने बताया कि भगवान शिव के मंत्रों का जाप करने से हमारे जीवन में संकट टल जाते है। वेदों और पुराणों के अनुसार शिव अर्थात सृष्टि के सृजनकर्ता को प्रसन्न करने के लिए सिर्फ नम: शिवाय का जप ही काफी है। भोलेनाथ इस मंत्र से बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं एवं इस मंत्र के जप से आपके सभी दु:ख, सभी कष्ट समाप्त हो जाते हैं। महाशिवरात्रि का पर्व शिव भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। अपने आराध्य भोलेनाथ की विधि-विधान से पूजाकर उनका आशीर्वाद लेते हैं। शिवपूजा का सर्वमान्य पंचाक्षर मंत्र नम: शिवाय,जो प्रारंभ में ऊ के संयोग से षडाक्षर हो जाता है, भगवान शिव को शीघ्र ही प्रसन्न कर देता है। नम: शिवाय का मंत्र समाहित होने पर संपूर्ण शास्त्र ज्ञान एवं शुभ कार्यों का ज्ञान स्वयं ही प्राप्त हो जाता है। यह मंत्र शिव तथ्य है जो सर्वज्ञ, परिपूर्ण और स्वभावत: निर्मल है इसके समान अन्य कोई नहीं है। भोले नाथ की कृपा पाने के लिए यह मंत्र बहुत प्रभावी है।

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