- बाहरी एवं नए बसपा प्रत्याशी पर बसपाइयों की नहीं बन पा रही है एक राय, प्रत्याशी बदलने की जता रहे हैं उम्मीद
- दबे स्वर में बसपा के कई पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं में है प्रत्याशी के लिए आक्रोश
- प्रयागराज मण्डल प्रभारियों पर लग रहें कई गंभीर आरोप, कुछ ने प्रत्याशी को बताया भाजपा के एक मंत्री का नजदीकी
फतेहपुर। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में लोकसभा प्रत्याशी डॉक्टर मनीष सचान की प्रत्याशिता पर बाहरी व नए प्रत्याशी होने की वजह से काफी हलचल मची हुई है। पार्टी में जमीनी स्तर के अधिकांश पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं में काफी निराशा फैली हुई है। इन निराश लोगों का सीधा आरोप है कि प्रयागराज मंडल के जोन प्रभारीगण नए - नए लोगों को पार्टी में लाकर जो बिना कैडर के हैं उनसे मोटी रकम लेकर प्रत्याशी बनाने का काम करते हैं तथा चुनाव होने के बाद फिर प्रत्याशी क्षेत्र में कहीं नजर नहीं आते हैं इस वजह से जनता यह चाह रही है कि बहुजन समाज पार्टी का गढ़ रहा फतेहपुर में स्थानीय (लोकल) प्रत्याशी होना चाहिए जिससे वह जनता के बीच में लगातार बना रहे और पार्टी को मजबूती देता रहे साथ ही बसपा के विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बसपा से लोकसभा के घोषित प्रत्याशी डॉक्टर मनीष सचान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कैबिनेट मंत्री के बहुत ही नजदीकी हैं और उन्हीं के इशारे पर उनको बहुजन समाज पार्टी का प्रत्याशी बनाया गया है इसके लिए प्रयागराज मंडल के प्रभारी ने उनसे काफी मोटी रकम लेने का काम किया है तथा बसपा सुप्रीमो मायावती से झूठ बोलकर उनको गुमराह करके प्रत्याशी बनवाया गया है, साथ ही आगे कहा गया है कि इस तरह से यह लोग लगातार बहुजन समाज पार्टी के मिशन मूवमेंट को कमजोर करने के लिए इसी तरह से काम करते हैं। साथ ही बताया कि सुनने में यह भी आ रहा है कि यह काम मुख्य रूप से प्रयागराज मंडल के मुख्य कोऑर्डिनेटर के इशारे पर हुआ है। इस मामले पर दबी आवाज में बसपा के कई लोगों का यह भी मानना है कि फतेहपुर में इन मंडल पदाधिकारियों की वजह से संगठन को मजबूती नहीं मिल पाती है, इसी तरह से इन्हीं मंडल प्रभारियों के नेतृत्व में ही पिछले जो नगर निकाय के चुनाव हुए हैं उसमें भी खूब दलाली हुई थी और परिणाम जीरो रहा। आगे बसपा प्रत्याशी से नाराज बसपाइयों ने बताया कि फतेहपुर जिले से भी कुछ पूर्व के जिला अध्यक्ष व पूर्व के विधायक उनके साथ शामिल हैं जो चुनाव के समय में मोटी रकम वसूलने के लिए बहुजन समाज पार्टी व बहन जी को धोखा देने का काम करते आ रहे हैं जिससे काफी ज्यादा मात्रा में पार्टी को व बहुजन समाज को नुकसान हो रहा है। ऐसे लोगों ने स्पष्ट रूप से कहा कि बहन जी को इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है और लोकसभा का प्रत्याशी लोकल का हो यह भी उम्मीद और आशा फतेहपुर के लोग लगाए हुए हैं। वहीँ बसपा के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो प्रयागराज मंडल के प्रभारीगणों ने ईमानदारी से प्रत्याशी का चयन किया होता तो जिले से ही वीर प्रकाश लोधी, संजय सचान, सुशील पटेल, रामनारायण निषाद, पूर्व चेयरमैन शब्बीर खान, असलम शेर खान या फिर बहुजन समाज पार्टी के पुराने कुछ कद्दावर नेताओं को भी पार्टी में वापसी करके बसपा को मजबूत बनाया जा सकता था और बहुजन समाज पार्टी का सांसद भी बनाया जा सकता था पर बहुजन समाज पार्टी के कुछ पुराने जिन लोगों ने बसपा शासन में भी बहुजन समाज पार्टी को या बहुजन समाज को नुकसान पहुंचाने का काम किया है वही लोग आज भी दीमक की तरह बहुजन समाज पार्टी को कमजोर करने में लगे हैं। बसपाइयों की इस नाराजगी का दंश कहीं प्रत्याशी को न झेलना पड़े या यही आवाज़ बसपा सुप्रीमो को प्रत्याशी बदलने पर मजबूर न कर दे ये तो देखने वाली बात होगी लेकिन बसपाइयों में अब भी कहीं न कहीं प्रत्याशी बदलने की उम्मीद झलकती सी दिखाई पड़ती दिख रही है। इस समूचे प्रकरण में कैडर वोट का मजबूती से मानना है कि घोषित प्रत्याशी कहीं न कहीं उत्तर प्रदेश सरकार में एक कैबिनेट मंत्री के नजदीकी हैं जो भाजपा को जिताने का काम करने आये हैं। हांलाकि इस बारे में घोषित प्रत्याशी के मोबाइल नंबर पर कई बार कॉल लगाकर बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन उठा ही नहीं।
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