इस प्रतिभाशाली छात्रा से बात की हमारे संवाददाता ने जहाँ पर लाइव रब्बानी जॉली ने अपनी आँखों पर काली पट्टी बांध कर यह अद्भुत आश्चर्यजनक कारनामा लाइव करके दिखाया है। रब्बानी जॉली अभी केवल 15 वर्ष की हैं और दिल्ली के एक प्रतिष्ठित स्कूल में 11 वीं कक्षा की छात्रा हैं। वह दूसरे छात्र - छात्राओं के लिए भी प्रेरणा का विषय हैं की हम अगर अपने मस्तिष्क को सही दिशा में इस्तेमाल करें तो कुछ भी असंभव नहीं है। यही कारण है कि रब्बानी किसी कार्यक्रम अथवा किसी पारिवारिक फंक्शन की व्यस्तता के बाद अगर अपनी पढाई का समय नहीं निकाल पाती है और यह वंडर गर्ल अपने सब्जेक्ट की पुस्तक अपने तकिये के नीचे रखकर सोती है और रात भर में उसको सब याद हो जाता है। परीक्षा में उसको 90 प्रतिशत अंक भी मिलते हैं ऐसा चमत्कार कहें या विज्ञान लेकिन रब्बानी जॉली एकमात्र विश्व की लड़की हैं जिनको यह ज्ञान और प्रतिभा प्रकृति ने प्रदान की है। गौरतलब है कि महज 15 वर्ष की 11 वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा रब्बानी जॉली की प्रतिभा से परिवार और खासकर उनके दादा जे.पीएस जॉली जो खुद 42 पुस्तकें विभिन्न विषयों पर लिख चुके हैं और देश विदेश के विश्वविद्यालयों में पढ़ाये जा रहे हैं वह भी अपनी पोती की इस प्रतिभा और एचीवमेंट से गदगद हैं। दादा जॉली अंकल का मानना है कि रब्बानी ने उसके परिवार की ख्याति देश विदेश में पहुंचा दी। बहरहाल रब्बानी जॉली अभी पढाई और माइंड कंट्रोल पर एडवांस कोर्स करके अभी बहुत कुछ और हासिल करना चाहती है।
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