- हनुमान जन्मोत्सव पर श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर पर विषाल भण्डारा सम्पन्न
- अखण्ड रामायण पाठ में बड़ी संख्या में शामिल हुए श्रद्धालु, देर रात तक चलता रहा भण्डारा
श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर पर हनुमान जन्मोत्सव पर भगवान का अदभुत श्रृंगार किया गया और खड़ी मुद्रा की भगवान की प्रतिमा ने सभी भक्तों को बैठी हुई मुद्रा में अलौकिक दर्षन दिए, सभी श्रद्धालुओं के लिए यह सुखद आष्चर्य था, सभी ने भगवान के श्रृंगार के मंत्रमुग्ध होकर दर्षन किये। इसके पूर्व मंदिर में सोमवार से शुरू हुई अखण्ड रामायण का पाठ भी पूर्ण हुआ जिसके पष्चात हवन एवं कन्या भोज का आयोजन गया। सायंकाल हनुमान जी की महाआरती की गई जिसमें बडी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित रहे। इस अवसर पर विषेष रूप से सुप्रसिद्ध श्री रामकथा वाचक श्रीश्री 1008 महंत श्री उद्धवदास जी त्यागी महाराज श्रीराम कुटी आश्रम सीहोर भी उपस्थित रहे। मंदिर में आयोजित भण्डारा देर रात तक चलता रहा, सुव्यवस्थित ढंग से आयोजित भण्डारे में श्रद्धालुओं ने पूर्ण श्रद्धा के साथ प्रसादी ग्रहण की, भण्डारे में शहर के अनेक क्षेत्रों के श्रद्धालुओं ने आकर प्रसादी ग्रहण की। हनुमान जी के विषेष श्रृंगार के लिए मंदिर पुजारी पं. निर्मल शर्मा की प्रेरणा से युवा कलाकारों हर्ष शर्मा, नमन मालवीय, चंद्रप्रताप ठाकुर, षिवांष शुक्ला, शुभम मालवीय एवं जीत वर्मा का सराहनीय योगदान रहा।
इस अवसर पर श्रीराम कथा आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री अमित नीखरा मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री अनारसिंह चैहान, संरक्षक श्री कमलसिंह ठाकुर, मंदिर पुजारी पं. निर्मल शर्मा, पं. ओमप्रकाष शर्मा, मुकेष भावसार, गोपालदास अग्रवाल, राहुल वर्मा, कथा आयोजन समिति के उपाध्यक्ष पंकज ठाकुर, संतोष परमार, सुमित गिरोेंदिया, सचिव मोहब्बतसिंह तोमर, कोषाध्यक्ष किषन राठौर, इंद्रजीतसिंह मामाजी, एमएस चैहान, आनंद अग्रवाल, शुभम मालवीय, मुकेष प्रजापति, चंद्रप्रताप ठाकुर, कृष्णा मेवाडा आदि अनेक समिति सदस्यों ने सभी धर्मप्रेमी जनों का आभार व्यक्त किया है। उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर विष्वनाथपुरी पर नौ दिवसीय संगीतमयी श्री रामकथा का भव्य आयोजन किया जाता है, कथा के पष्चात अखण्ड रामायण एवं विषाल भण्डारा भी आयोजित किया जाता है।
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