- ऐरायां ब्लॉक के सुल्तानपुर घोष में निकला सर्वाधिक 40 हजार रुपए
- ऐरायां ब्लॉक की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत मोहम्मदपुर गौंती में निकले मात्र 10 हजार
- इस प्रकरण में डिप्टी डायरेक्टर (पंचायतीराज) प्रयागराज एवं मुख्य विकास अधिकारी फतेहपुर ने लिया संज्ञान
बताते चलें कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के नाम पर अधिकांश ग्राम पंचायतों के सचिवगण एवं प्रधानों ने जमकर पैसा निकाला है जिसमें विकास कार्यों के धन का बंदरबांट हुआ है। इसी क्रम में आज हम बात करेंगे विकास खण्ड ऐरायां की जहाँ आंकड़ों के साथ बताएँगे कि किस ग्राम पंचायत में कितना धन संकल्प यात्रा के नाम पर निकाला गया है? वर्तमान में ऐरायां ब्लॉक के अंतर्गत 50 ग्राम पंचायतें हैं जिनमें से 5 अप्रैल 2024 तक के भुगतान हुए डाटा के अनुसार 33 ग्राम पंचायतों में विकसित भारत संकल्प यात्रा के लिए भुगतान निकाला जा चुका है शेष 17 ग्राम पंचायतों में अब तक उक्त यात्रा का वाउचर नहीं लगाया गया अर्थात भुगतान नहीं लिया गया है। इस पड़ताल में सबसे चौंकाने वाली बात सामने आयी है कि ग्राम पंचायत सुल्तानपुर घोष में सर्वाधिक 40 हजार रुपये इस यात्रा में खर्च करने के नाम पर निकाले गए हैं और इतना ही नहीं ये भुगतान न तो ग्राम प्रधान के नाम पर हुआ है और न ही ग्राम पंचायत सचिव के नाम पर बल्कि भुगतान को दो बार में दो अलग - अलग लोगों के नाम पर भिन्न - भिन्न धनराशि से निकाला गया है। इस यात्रा के नाम पर पहला भुगतान चंद्र प्रकाश शुक्ला के नाम पर 25 हजार रुपये और दूसरा भुगतान बिशुन सिंह के नाम पर 15 हजार रुपये का किया गया है। इतना ही नहीं जब ग्राम पंचायत में कराए गए कार्यक्रम की जानकारी ली गयी तो पता चला कि ग्राम पंचायत में स्थित एक प्राथमिक पाठशाला में सामान्य तरीके से कराया गया था जिसमें महज ब्लॉक स्तरीय अधिकारी/कर्मचारी ही कुछ लोग उपस्थित रहे थें यानी खर्च किये गए 40 हजार जैसा कुछ भी नहीं हुआ था साथ ही ये भी ज्ञात हुआ कि भुगतान लेने वालों में से एक ग्राम पंचायत सचिव का खास है जबकि दूसरा व्यक्ति ग्राम प्रधान का खास है लेकिन पंचायत के पैसों की खुली लूट उजागर होती नजर आई है। साथ ही बताते चलें कि ऐरायां विकास खंड की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत मोहम्मदपुर गौंती में इसी कार्यक्रम के लिए ग्राम पंचायत सचिव एवं प्रधान द्वारा मात्र 10 हजार रुपये का ही भुगतान किया गया है। हांलाकि इस पूरे प्रकरण में पंचायतीराज विभाग से लेकर हर जिम्मेदार धृष्टराष्ट्र बना बैठा है क्यूंकि सूत्रों की मानें तो हर भुगतान में ब्लॉक स्तरीय जिम्मेदारों की कहीं न कहीं मौन सहमति रहती है और उस लूट का अंश भी बंदरबांट होता है, इतना ही नहीं पंचायतीराज में बैठे सूत्रों की मानें तो ऑडिट के नाम पर खुल्लम - खुल्ला परसेंट लिया जाता है जिसके बाद ऑडिट में आल इज वेल की रिपोर्ट भी लगा दी जाती है। इस प्रकरण में पंचायतीराज के डिप्टी डायरेक्टर एवं जनपद के मुख्य विकास अधिकारी ने जाँच कराकर कार्यवाही करने की बात कही है जबकि जिला पंचायतीराज अधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी - ऐरायां से मोबाईल पर कॉल की गयी पर फोन नहीं उठा। इसी दौरान पड़ताल में पाया गया कि ग्राम पंचायत निहालपुर सानी में विकसित भारत संकल्प यात्रा के भुगतान हेतु शाहिद मशीनरी स्टोर का बिल वाउचर लगाकर धनराशि निकाली गयी है जिससे यह समझ नहीं आता कि एक मशीनरी स्टोर क्या - क्या बेचता होगा और ये भी नहीं समझ आता कि कार्यक्रम के दौरान नाश्ता - पानी, टेंट आदि की व्यवस्था भी अब मशीनरी स्टोर करने लगे हैं क्या? सवाल उठना तय है कि सरकारी धन की लूट जिस तरह से की जा रही है क्या ऐसे आयोजन यदि सचिव और प्रधान साहब अपनी मेहनत की कमाई से करते तो क्या यही सूरते हाल होता ? वहीं इस मामले में बुदवन ग्राम पंचायत द्वारा संकल्प यात्रा या विकसित भारत संकल्प यात्रा के नाम पर धनराशि नहीं निकाली गई है बल्कि वहां पर ग्राम चौपाल के नाम से पैसा निकाला गया है।
इस प्रकरण से एक बात तो साफ स्पष्ट हो गया है कि सरकार चाहे जिसकी हो पर भ्रष्टाचार का धंधा कहीं भी और कभी भी मंदा नहीं रहा है। इसके साथ ही ये भी कटु सत्य है कि सरकार कानून व्यवस्था आदि - आदि के नाम पर उम्दा तो हो सकती है पर देश की गरीबी या गरीबों की हालत सुधारने वाली बड़ी व्यवस्था में शुमार पंचायतीराज व्यवस्था से भ्रष्टाचार ख़त्म करने वाली मशीन किसी भी सरकार के पास नहीं होती है। वैसे जागरूकता कार्यक्रम के नाम पर ग्राम पंचायत में आये विकास कार्यों से कभी भी पैसे लगते या खर्च करते नहीं देखे गए थे क्यूंकि किसी कार्यक्रम के संचालन की व्यवस्था ही अलग मद से होती आई है और इस विकसित भारत संकल्प यात्रा के लिए सरकार द्वारा जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरकारी योजनाओं के संदेश देने वाली विशेष रूप से डिजाइन की गई आईईसी वैन को हरी झंडी दिखाई थी साथ ही तय हुआ था कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत ऑन-स्पॉट सेवाओं के तहत ग्राम पंचायतों में आईईसी वैन के रुकने वाले स्थानों पर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इस योजना के संचालन के पहले पीएम मोदी ने कैबिनेट की बैठक में अपने सहयोगियों को कड़ी मेहनत करने के लिए कहा था। पीएम मोदी ने योजनाओं को लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित किया था, ताकि योजनाओं में गति लाया जा सके। इस विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत पीएम आवास योजना (ग्रामीण), राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, पीएम किसान, फसल बीमा योजना, पोषण अभियान, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत, जनऔषधि योजना और पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना जैसी योजनाओं को प्रमुखता से जागरूक करने के लिए निर्देशित किया गया था। इस यात्रा के विषय में बताया गया था कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को गांव के अन्तिम छोर तक निवास करे रहे जन सामान्य को शत प्रतिशत आच्छादित करना ही विकसित भारत संकल्प यात्रा का लक्ष्य है और ये यात्रा 15 नवंबर 2023 से 26 जनवरी 2024 तक चलाई गयी है।
जानें किस पंचायत में कितना पैसा किसके नाम पर है निकला -
ग्राम पंचायत का नाम - पंचायत से निकली धनराशि - किसके नाम पर हुआ भुगतान
1. सुल्तानपुर घोष - 40 हजार रुपए - 25 हजार चंद्र प्रकाश शुक्ला एवं 15 हजार बिशुन सिंह
2. अफोई - 30 हजार रुपए - 20 हजार प्रदीप कुमार लेबर और 10 हजार श्याम सिंह के नाम
3. रसूलपुर भण्डरा - 30 हजार रूपए - मनोज सिंह के नाम
4. हसनपुर कसार - 29 हजार 500 रुपए - अनिकेत के नाम
5. लाडलेपुर - 25 हजार 400 रुपए - 15,400 रवि प्रकाश और 10 हजार श्याम बाबू प्रधान के नाम
6. खरगूपुर बरगला - 25 हजार रूपए - हरि मोहन के नाम
7. जगजीवनपुर - 25 हजार रुपए - बउवा के नाम
8. सेमौरी - 25 हजार रुपए - सुजीत कुमार के नाम
9. कोडारवर - 25 हजार रुपए - अभिषेक कुमार के नाम
10. ऐरायां मशायक - 25 हजार रुपए - वीरेन्द्र कुमार प्रधान के नाम
11. ऐरायां सादात - 25 हजार रुपए - फरमानुल हक प्रधान के नाम
12. मझिलगांव - 25 हजार रुपए - सियाराम के नाम
13. बरकतपुर - 24 हजार 920 रूपए - पवन कुमार प्रधान के नाम
14. सोहदमऊ - 24 हजार 900 रूपए - असरफ अली के नाम
15. नकसारा - 24 हजार 800 रूपए - उदयवीर सिंह के नाम
16. बबुल्लापुर - 24 हजार 700 रूपए - हज़रत बिलाल
17. छीमी - 24 हजार 650 रुपए - प्रमोद कुमार के नाम
18. बुदवन - 24 हजार 580 रुपए - गीता देवी प्रधान के नाम
19. फतेहपुर टेकारी - 24 हजार 500 रुपए - 14,100 दयाराम प्रधान और 10,400 श्याम चन्द्र के नाम
20. पुरइन - 21 हजार 950 रुपए - सुरेन्द्र मौर्या के नाम
21. विक्रमपुर - 20 हजार 400 रुपए - रवि प्रकाश के नाम
22. कर्मेपुर - 24 हजार रुपए - प्रमोद कुमार प्रधान के नाम
23. अमाव - 19 हजार 500 रुपए - कय्यूम के नाम
24. भादर - 19 हजार 500 रुपए - विजय शंकर के नाम
25. सलेमपुर गोली - 19 हजार 500 रुपए - सुनील कुमार के नाम
26. मांझखोर - 18 हजार रुपए - शिवबाबू साहू के नाम
27. काही - 18 हजार रुपए - मनमोहन के नाम
28. अल्लीपुर - 15 हजार रुपए - 2500 शिवपूजन सिंह और 12,500 कुंज बिहारी के नाम
29. बहलोलपुर ऐलई - 15 हजार रुपए - अवधेश नरेश साहू के नाम
30. धनकामई - 11 हजार 500 रुपए - प्रियंका देवी के नाम
31. अल्लीपुर बहेरा - 10 हजार रुपए - हेमराज के नाम
32. निहालपुर सानी - 10 हजार रुपए - शाहिद मशीनरी स्टोर के नाम
33. मोहम्मदपुर गौंती - 10 हजार रुपए - जसीम अहमद के नाम
जानें किन ग्राम पंचायतों का नहीं लगा बिल
क्रम संख्या - ग्राम पंचायत का नाम
1. आरामपुर बसई
2. ओरम्हा
3. बघौली
4. बहेरा सादात
5. देवारा
6. इजूरा बुजुर्ग
7. कटोघन
8. कोरका
9. मण्डवा
10. कस्बा सोहन
11. रहीमपुर धर्मंगदपुर
12. रतनसेनपुर गौंती
13. रोशनपुर टेकारी
14. सराएं इदरीश
15. तौरा
16. उमरपुर गौंती
17. इजूरा खुर्द
मतदाता के अनुसार ब्लॉक की 5 बड़ी ग्राम पंचायतें
ग्राम पंचायत - मतदाता (2021 के अनुसार)
मोहम्मदपुर गौंती - 10385
कटोघन - 5476
मण्डवा - 4718
कस्बा सोहन - 4349
सुल्तानपुर घोष - 4278
मतदाता के अनुसार ब्लॉक की 5 छोटी ग्राम पंचायतें
ग्राम पंचायत - मतदाता (2021 के अनुसार)
निहालपुर सानी - 846
कोरका - 929
लाडलेपुर - 937
देवारा - 951
रतनसेनपुर गौंती - 963
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