- नहीं मान रहे किसान, कई किसानों को उठाना पड़ रहा नुकसान
सीहोर। किसानों द्वारा फसल काटने के बाद खेत को साफ करने की दृष्टि से खेतों में आग लगा दी जाती है, जिसे नरवाई जलाना कहते है। नरवाई जलाने के चक्कर में कई किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसके बाद भी लापरवाह किसान नरवाई जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में एक किसान के दो दर्जन से अधिक फलदार पेड़ जलकर राख हो गए। परेशान किसान इधर-उधर अफसरों के चक्कर काट रहा है। जिले में फसल कटाई के बाद खेतो में नरवाई जलाने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई है। इसके साथ ही नरवाई जलाने पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के भी आदेश शासन द्वारा दिए गए हैं। इसके बाद भी जिले में रोजाना नरवाई जलाने के मामले सामने आ रहे हैं। ये मामला समीप के गांव टांकपुरा का है। टांकपुरा के किसान सीताराम विश्वकर्मा ने तहसील और वन विभाग और थाने को दिए आवेदन में शिकायत दर्ज कराई है कि उनके पास के खेत मालिक ने नरवाई में आग लगाई गई थी। इसके परिणाम नरवाई की आग उसके खेत तक पहुंच गई और उसके खेत में लगे दो दर्जन से अधिक फलदार पेड़ जिनमें नीबू, अमरूद, आम के पेड़ लगे थे जलकर राख हो गए। पड़ौसी किसान इस बात को नहीं मान रहा है। किसान ने कहा कि आगजनी में उसके फलदार पेड़ जलने से काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने दोषी किसान पर कार्रवाई की गुहार लगाई है।
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