सीहोर : प्रसिद्ध सिद्धिदात्री अंबे मां बिजासनी मंदिर में कन्या भोज का आयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 21 अप्रैल 2024

सीहोर : प्रसिद्ध सिद्धिदात्री अंबे मां बिजासनी मंदिर में कन्या भोज का आयोजन

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सीहोर। रविवार को  शहर के प्रसिद्ध सीवन नदी घाट के समीप स्थित श्री सिद्धिदात्री अंबे मां बिजासनी मंदिर पर  रविवार को आस्था और उत्साह के साथ कन्याओं का पूजन किया गया और इस मौके पर दो दर्जन से अधिक कन्याओं को भोजन प्रसादी का वितरण किया। समिति के अध्यक्ष अशोक बिहाणी और उपाध्यक्ष सुरेश वशिष्ठ ने बताया कि चैत्र नवरात्रि का महापर्व आस्था और उत्साह के साथ मनाया गया था। इस मौके पर लगातार नो दिनों तक माता की विशेष रूप से आराधना की गई। वहीं रविवार को कन्याओं और ब्राह्मण का भोज किया गया।


उन्होंने बताया कि यह मंदिर काफी प्राचीन है। इस देवालय का जीर्णोद्धर का निर्णय लेकर निर्माण कार्य आरंभ किया। मंदिर में मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा विद्वान आचार्यों के मार्गदर्शन में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुई। देवालय में स्थापित मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा के पूर्व  मंदिर के पुजारी स्व. श्री रामेश्वर दयाल शर्मा उप पुजारी स्व. श्री रामचंद्र उपाध्याय पदयात्रा से मां हरसिद्धि देवालय उज्जैयनी जाकर महाराज विक्रमादित्य के समय से निरंतर प्रज्जवलित ज्योति लाकर यहां अखंड ज्योति स्थापित की गई जो आज भी देवालय में चेतन्य रूप से विराजमान रहकर जन-जन का मंगल कर रही है। देवायल पर चार महायज्ञ वर्ष 1980, 1984, 1990 और 1994 में समिति द्वारा संपन्न कराए गए है। उन्होंने बताया कि देवालय में पू. स्वामी करपात्री महाराज श्रंगेरी, पू स्वामी शंकराचार्य महाराज कांचीकाम कोटी महापीठम, पू. स्वामी शंकराचार्य महाराज शारदा द्वारीकापीठ बद्रीकाश्रम के आशीर्वाद एवं अनंत कृपा से पूजित है। समिति द्वारा देवालय पर दोनों नवरात्रि में श्री दुर्गा सप्तशती के 108 महापाठों का अनुष्ठान वर्षों से लगातार किया जाता है। इस वर्ष भी यहां पर गत दिनों चैत्र नवरात्रि पर विशेष अनुष्ठान किए गए थे और रविवार को कन्याओं का पूजन और भोज का आयोजन किया गया।

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