उर्स कमेटी के सचिव नौशाद खान ने बताया कि उर्स मेले में सीहोर भोपाल रायसेन राजगढ़ देवास जिले के हजारों मुस्लिमजन सम्मिलित होकर बाबा से घर परिवार और देश के लिए अमन चैन की दुआ मांगेंगे । उर्स मेले में 500 से अधिक दुकानदार अपनी दुकान लगाएंगे। तीन दिवसीय उर्स को लेकर दरगाह को विद्युत झालरों और फूलों से सजाया जाएगा स्वागत द्वार भी लगाया जाएगा । कव्वालियां सुनने पहुंचने वाली महिलाओं के लिए भी बैठने की बेहतरीन व्यवस्था की जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था का भी ध्यान रखा जाएगा। उर्स कमेटी उपाध्यक्ष अशफाक खान ने कहा कि गंगा जमुना तहजीब के साथ हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक तीन दिवसीय हजरत दूल्हा बादशाह उर्स मुबारक इस बार अनोखा होगा। कार्यक्रम पूर्ण रूप से गैर राजनीतिक होगा। कव्वालियों के लिए बेहतरीन साउंड सिस्टम मौजूद रहेगा। कार्यक्रम स्थल पर सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।सोशल मीडिया चैनल पर लाइव प्रसारण भी कव्वाली प्रोग्राम का किया जाएगा। हजरत दूल्हा बादशाह दरगाह के खादिम अनवर शाह बाबा ने बताया कि बीते 56 सालों से उर्स मेले का आयोजन सफलतापूर्वक किया जा रहा है। उर्स में मुस्लिम जनों के साथ हिंदू सिख ईसाई नागरिक भी हिस्सा लेकर इस आयोजन को सफल बनाते रहे हैं। हजरत दूल्हा बादशाह बाबा उर्स कमेटी में अमीन बिजली, रईस मंत्री, राजा मियां, तययूब खा सहित अन्य युवाओं को वरिष्ठ सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।
सीहोर। हजरत दूल्हा बादशाह रहमतुल्ला अलेया बाबा की दरगाह पर हिन्दू मुस्लिम एकता उर्स मेले का आयोजन होगा। दरगाह पर चादर चढ़ाने के बाद मिलाद और कव्वालियों का प्रोग्राम होगा। तीन दिवसीय उर्स आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ समाज सेवी अखिलेश राय, विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय ओर युवा अतिथि के रूप में राजकुमार जायसवाल रिंकू सम्मिलित होंगे। हजरत दूल्हा बादशाह रहमत उल्ला अलेया बाबा की दरगाह पर प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी तीन दिवसीय उर्स को लेकर समाज सेवी रिजवान पठान की अध्यक्षता में उर्स कमेटी का गठन किया गया है। हजरत दूल्हा बादशाह उर्स कमेटी उपाध्यक्ष पूर्व पार्षद अशफाक खान, सचिव राष्ट्रीय मानव अधिकार मंच प्रदेशध्यक्ष समाजसेवी नौशाद खान, सह सचिव जैकी हुसैन सहित सदस्यों के द्वारा उर्स की तैयारी शुरू कर दी गई है। उर्स कमेटी अध्यक्ष रिजवान पठान ने बताया कि नगरसेठ स्वर्गीय गेंदालाल राय के द्वारा हजरत दूल्हा बादशाह बाबा की दरगाह पर चादर चढ़ाने की परंपरा की शुरुआत की गई थी राय परिवार के द्वारा सबसे पहले इस परंपरा का निर्वहन बाबा की दरगाह पर चादर चढ़ा कर किया जाएगा। इसके बाद 7 मई मंगलवार को मिलाद होगा 8 मई बुधवार को सीहोर के कासिम झंकार और तारीक हुसैन कव्वाल के द्वारा बाबा के दरबार में अपने कलाम पेश किए जाएंगे। इसके बाद गुरूवार 9 मई की रात को मुंबई के मशहूर कव्वाल सरफराज चिश्ती के द्वारा कव्वालियां पेश की जाएगी।
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