- हार देखकर पीएम के भाषणों में विकास से मुद्दा ध्रुवीकरण पर पहुंचा
बिहार कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि देश में एक ओर कांग्रेस और उसके सहयोगी दल विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं तो वहीं भाजपा वापस अपने ध्रुवीकरण की राजनीति पर आ टिकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास की बात छोड़ सिर्फ ध्रुवीकरण पर अपने भाषणों को फोकस रख रहें हैं. यह बताने को काफी है कि वें समझ चुके हैं कि जनता ने उन्हें प्रथम चरण के बाद दूसरे चरण के साथ आने वाले सभी चरणों में नकार चुकी है. इसलिए वें पुनः देश को अपनी रटी रटाई नीतियों पर भाषण देने को मजबूर होने लगे हैं. न तो उनके भाषणों में अब विकास की बात आती है और न ही देश के लिए आगामी योजनाओं पर केवल वें कांग्रेस के न्याय पत्र और इंडिया गठबंधन के डर से घिरे नजर आते हैं.प्रधानमंत्री के भाषण यह बताने को काफी है कि वें चुनावों में अपनी हार को भांप चुके हैं इसलिए वें अनर्गल बयानबाजियों के सहारे फिर से देश में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाली बातें करने लगे हैं.साथ ही दूसरे चरण से ही वें अपनी हार मान चुके हैं ये अब उनके चेहरे और बातों से भी झलकने लगा है इसीलिए नए आशियाने की तलाश में भटकने लगे हैं.साथ ही कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह पर झूठे आरोप लगाए कि उन्होंने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमान का है जबकि डॉ मनमोहन सिंह ने ऐसा कभी नहीं कहा था, इसलिए कांग्रेस पार्टी चुनाव आयोग को इस मामले पर स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि मुंगेर में तो लोकसभा चुनाव के बाद की अपनी मंशा भी बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति उन्होंने उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री कहकर जाहिर कर दी है. इसलिए जदयू के लोगों को भी अब भाजपा के प्रति अलर्ट मोड में रहने की जरूरत है.
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