दुमका (झारखंड), 28 मई, घुसपैठ के कारण संथाल परगना में आदिवासियों की आबादी कम होने का दावा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन पर घुसपैठियों को ‘संरक्षण’ देने का आरोप लगाया, जो उनके मुताबिक जमीन हड़प रहे हैं और महिलाओं की सुरक्षा को खतरे में डाल रहे हैं। दुमका में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने सुना है कि ‘लव जिहाद’ शब्द का ईजाद झारखंड के लोगों ने किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य के एक जिले में ईसाई समुदाय से जुड़े साप्ताहिक अवकाश का दिन रविवार से बदलकर शुक्रवार करने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘अब झारखंड में एक बड़ा संकट घुसपैठियों का हो गया है। हमारा ये संथाल परगना तो बहुत ज्यादा घुसपैठियों की चुनौती से जूझ रहा है, जिसके परिणामस्वरूप कई इलाकों में आदिवासियों की संख्या तेजी से कम हो रही है और घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है। आदिवासी बेटियों की सुरक्षा और उनका जीवन खतरे में पड़ गया है।’’ साल 2022 में हुई दो घटनाओं का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘आदिवासी बेटियों को 50 टुकड़ों में काटा जा रहा है... जिंदा जलाया जा रहा है... किसी की जीभ बाहर खींच ली गई। ये कौन लोग हैं, जो आदिवासी बेटियों को निशाना बना रहे हैं? झामुमो सरकार उन्हें संरक्षण क्यों दे रही है?’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने सुना है कि ‘लव जिहाद’ शब्द का ईजाद झारखंड के लोगों ने किया है। उन्होंने कहा, ‘‘एक दोस्त मुझे बता रहे थे कि ‘लव जिहाद’ शब्द झारखंड से निकला है। झारखंड के लोगों ने इस शब्द को गढ़ा है।’’ झामुमो पर ‘सांप्रदायिक और तुष्टीकरण की राजनीति’ का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ब्रिटिश काल से रविवार को छुट्टी होने के बावजूद झारखंड के एक जिले में इसे बदलकर शुक्रवार कर दिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘रविवार का दिन (छुट्टी के लिहाज से) हिंदुओं से नहीं, बल्कि ईसाई समुदाय से जुड़ा हुआ है। यह 200-300 वर्षों से छुट्टी का दिन रहा है। एक जिले में, उन्होंने रविवार से मंगलवार तक छुट्टी बदल दी। पहले वे हिंदुओं से लड़े, अब ईसाइयों से लड़ रहे हैं। क्या हो रहा है?’’ विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) पर वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उसका आदिवासी समाज के हितों से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘जहां-जहां ये लोग सत्ता में आए... आदिवासी समाज और संस्कृति खतरे में पड़ गई। आदिवासियों के खिलाफ इनके हथियार हैं... नक्सलवाद, घुसपैठ और तुष्टीकरण! ‘इंडी’ गठबंधन की देशविरोधी राजनीति का एक खतरनाक फॉर्मूला है। इनका फॉर्मूला है...घोर सांप्रदायिक राजनीति करो... घोर तुष्टीकरण की राजनीति करो... अलगाववादियों को संरक्षण दो... आतंकवादियों का बचाव करो... और जो उसका विरोध करे, उस पर हिन्दू-मुसलमान करने का आरोप लगा दो।’’ प्रधानमंत्री ने विपक्षी गठबंधन पर धर्म के आधार पर आरक्षण देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब तक मोदी जिंदा है, ‘वोट जिहाद’ के लिए आरक्षण नहीं दिया जाएगा। मोदी कहता है... मैं एससी, एसटी, ओबीसी के आरक्षण की लूट नहीं होने दूंगा... तो ‘इंडी’ जमात को मिर्ची लग जाती है... ये कहते हैं मोदी हिन्दू-मुसलमान कर रहा है।’’ उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन सोचता है कि वह मोदी पर गंदगी फेंककर उन्हें डरा देगा, लेकिन वे नहीं जानते कि वे जितना गंदगी फेंकेंगे, कमल उतना ही खिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘.. मोदी उनके नफरत फैलाने के दुष्प्रचार को नाकाम करता रहेगा।’’ झामुमो नीत गठबंधन पर राज्य के संसाधनों को लूटने का आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया कि राज्य को अब ‘नकदी के पहाड़ों’ के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘झारखंड में वैसे तो सुंदर पहाड़ हैं, लेकिन अब झारखंड नकदी के पहाड़ों के लिए जाना जाता है। मैं 13 साल से मुख्यमंत्री था, लेकिन इतनी बड़ी मात्रा में नकदी कभी नहीं देखी। झामुमो और कांग्रेस शराब घोटाला, निविदा घोटाला, खनन और खनिज घोटाला में लिप्त रहे और अकेले साहिबगंज में ही 1,000 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इन लोगों ने जमीनें हड़पने के लिए अपने माता-पिता का नाम बदल दिया। अब गरीबों और आदिवासियों की जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। इन लोगों ने तो सेना की जमीन को भी लूट लिया। आपको झारखंड को इन लोगों से मुक्ति दिलानी ही होगी।’’ मोदी ने झामुमो नीत गठबंधन पर गरीबों के लिए केंद्र से भेजे गए अनाज को लूटने और उसकी काला बाजारी करने का आरोप लगाया। चार जून के बाद देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई तेज करने का संकल्प जताते हुए मोदी ने कहा कि 2014 से पहले देश में घोटाले आम बात थे, क्योंकि कांग्रेस चौबीसों घंटे लूटती रही, लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्होंने इसे रोक दिया। मोदी ने दावा किया कि ‘इंडी अलायंस’ ने 2022 के राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को हराने की पूरी कोशिश की, जो एक आदिवासी हैं। उन्होंने कहा कि देश अगले पांच वर्षों में पिछले 10 वर्षों की तुलना में अधिक विकास कार्य देखेगा। उन्होंने गरीबों के लिए 3 करोड़ पक्के घर बनाने, 3 करोड़ महिलाओं को ‘लखपति’ बनाने और सौर पैनल स्थापित करने के लिए ‘पीएम सूर्य घर योजना’ के तहत प्रत्येक परिवार को 75,000 रुपये प्रदान करने का वादा किया। मोदी ने कहा कि संथाल परगना क्षेत्र का विकास होना ही है, क्योंकि वाराणसी-रांची-कोलकाता ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे और साहिबगंज में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब सहित कई परियोजनाओं के लिए काम चल रहा है। प्रधानमंत्री ने दुमका से भाजपा उम्मीदवार सीता सोरेन, राजमहल से उम्मीदवार ताला मरांडी और गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे के लिए प्रचार किया। इन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान 1 जून को होगा।
मंगलवार, 28 मई 2024
दुमका : झारखंड में घुसपैठ बड़ा संकट, आदिवासियों की संख्या कम हो रही: मोदी
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