श्री झा ने कहा कि ये कम था की एक और तुगलकी फ़रमान आ गया। पुनः समय को पंद्रह मिनट कम कर 5:45 कर दिया गया,ये पाग़लपंती नहीं तो क्या है? ये देश की पहली सरकार है, जिसका पदाधिकारी वकोल सरकार की मंशा,अनुशंशा के बग़ैर अपनी मनमानी कर रहा है। मगर जब शिक्षक विरोध करते हैं, तो पुलिस डंडे इन्हें ही मारती है। ये परमिशन तो सरकार ही देती है ना, लेकिन न सरकार, न राज्यपाल,न केंद्र इस बदमिज़ाजी पर के.के. पाठक के ख़िलाफ़ कार्यवाही नहीं करती, क्यों सरकार उसे बर्खास्त नहीं कर रही? सीधी बात है सरकार और पदाधिकारी दोनों पूरी तरह से मानसिक बिकलांगता के शिकार हैं। मैं सरकार से ये माँग करता हूँ कि वे यथा शीघ्र के.के. पाठक को बर्खास्त करे, अन्यथा कांग्रेस पार्टी उग्र आंदोलन करेगी। कांग्रेस अपने न्याय के एजेंडे में शिक्षकों के स्वाभिमान,सम्मान व परिजनों सहित विद्यार्थी की मनोदशा को अव्वल रखेगी। ये समस्या यथा शीघ्र ख़त्म हो, यही हम चाहते हैं।
मधुबनी, बिहार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सेक्रेट्री लोकसभा चुनाव अभियाँव समिति सदस्यव वरिष्ट कांग्रेस कृष्ण कांत झा गुड्डू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि बिहार में चल रही डबल इंजन सरकार को भूतिया फ़िल्म का निर्माता करार दिया। उन्होंने कहा की सरकार का एक शिक्षा पदाधिकारी राज्य के शिक्षकों का तो पूरी तरह से शोषण कर ही रहा है। अब बच्चे को भी परेशान करने पर आमादा है। पूरी सरकार मूक दर्शक बनी हुई है सिर्फ़ व्यान आते हैं, कार्यवाही नहीं होती। पदाधिकारी खुल्लम-खुल्ला अपनी हुकूमत में हिटलर शाही करता जा रहा है।आज़ादी के बाद ये पहला राज्य है, जहां गर्मी की छुट्टी में भी शिक्षक को विद्यालय आना है। कभी टाईम 8बजे अचानक उसे 6बजे कर दिया जाता है और बहाना बनाया जाता है गर्मी को, वो भी सुबह 6 से दिन के 2बजे तक। सरकार बताये की अगर सुबह गर्मी से बचेगा व्यक्ति तो दोपहर में क्या फ़र्फ़ बरसेगी सैकड़ों लोंगो को दूर से आना पड़ता है, ऐसे में जाने के समय सवारी वाहन नहीं मिलती। कई लोग रोड एक्सीडेंट का शिकार हुये, तो कईयों को दिला का दौड़ा पड गया। बच्चे परेशान,परिजन परेशान, मगर सरकार चुप।
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