- मजदूरों के 107 करोड़ रू नहीं दे रहे शुगरमिल मालिक
- बाहुबलियों दबंगो राजनेताओं ने किया शुगर मिल की सीलिंग जमीन पर कब्जा : जयमल सिंह
शुुगर मिल कम्पनी 15-02-2002 से अवैधानिक रूप से बन्द पड़ी है। इस मिल बन्दी को म.प्र. शासन, श्रम विभाग, श्रम न्यायालय, औधोगिक न्यायालय एवं उच्च न्यायालय ने भी अवैध घोषित किया है। समस्त श्रमिको को काम पर मानते हुए पूर्ण वेतन भुगतान के आदेश मिल प्रबंधन को दिए है लेकिन मिल मालिक कोर्ट के आदेश का पालन नहीं कर रहा है। मिल बन्द होने के 2000 श्रमिक तो बेरोजगार हुये है सीहोर की अर्थव्यवस्था पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है। अबतक हमारे 80 श्रमिक या उनके आश्रितों की मौत हो चुकी है। जिस कारण बच्चों की शिक्षा अवरुद्ध हो गई है धनाभाव के कारण इलाज नही हो पा रहा है। बच्चियों की शादी नहीं हो पा रही है। मजदूर परिवार भुखमरी की कगार पर है सैकड़ो श्रमिक पलायन कर गये है। जिला कांग्रेस कार्यालय में पुर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ बलवीर तोमर के मुख्य अतिथिय एवं जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजीव गुजराती के दिशानिर्देशन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक अध्यक्ष जमीर बहादुर,महामंत्री जयमल सिंह राजपाल, कार्यवाहक अध्यक्ष महेश शर्मा ने कहा कि विभिन्न न्यायालयों के निर्णयों के अनुसार श्रम न्यायालय औधोगिक न्यायालय उच्च न्यायालय एवं श्रम विभाग के अनुसार निम्नानुसार एवं कानूनी हक मजदूरों का है। श्रमिकों का मिल मालिक पर कुल 107 करोड़ रूपये का बकाया है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से गणेश चतुर्वेदी, राममोहन श्रीवास्तव, भगवत सिंह परमार, प्रीतम दयाल चौरसिया, हरीश चंद्र आर्य, महेश शर्मा, ओमप्रकाश सिंह तोमर, भगत सिंह तोमर ,सुनील दुबे ओम सोनी, सहित बड़ी संख्या में मजदूर शामिल रहे।
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