इस अवसर पर नोबा जीएसआर के अध्यक्ष और पूर्णिया में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी पंक्ति में कार्यरत रमेश चंद्र मिश्रा जी ने कहा* की हमेशा से हमारी और हमारी संस्था का यह प्रयास रहा है पूर्णिया ही नहीं वरन देश के हर क्षेत्र के महिलाओं की माहवारी से संबंधित सारी समस्याएं को जड़ से मिटाया जाए जिससे कि हमारे देश की महिलाएं विकास की ओर अग्रसर भारत में अपनी भूमिका को और ज्यादा से ज्यादा सुनिश्चित कर सके ! हमारे उद्देश्यों को साकार करने में नेतरहाट पूर्ववर्ती छात्रों सहित अन्य रूट लेवल वॉलंटियर्स का बड़ा योगदान है. श्री मिश्रा अपने उस सभी डोनर्स के प्रति भी अपना आभार प्रकट करते हैं जो एक आह्वाहन पर सामने आये और इस मिशन को यहाँ तक पहुंचने में मदद की ! हमारा मानना है कि जब देश का हर नागरिक सशक्त होगा तभी देश की एक प्रगतिशील तस्वीर की कल्पना को सच कर पाएंगे इसके लिए बहुत जरूरी है की महिलाये स्वतंत्र एवम जागरूक हो
पूर्णिया ! 27 मई, अंतर्राष्ट्रीय मासिक दिवस के अवसर पे हमारे देश के सभी महिलाओं को बहुत बहुत शुभकामनाएं। महिलाओं के सहभागिता के साथ हमारा समाज और देश साथ में प्रगति के तरफ अग्रसर है और इसमें नेतरहाट विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र संगठन नोबा जीएसआर का प्रयास यह है की हमारे प्रोजेक्ट संगनी के तहत महिलाओं को समर्थ और स्वस्थ जीवन जीने में मदद पहुंचाया जाए। हमारी संस्था नोबा जीएसआर ने पिछले 3 वर्षो में 625 सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाई जो की महिलाओं को ₹ 2 में पैड मुहैया कराने के संकल्प पे खड़ा उतरने का पूर्ण रूप से प्रयास किया है। संगनी प्रोजेक्ट के तहत केवल कोशी प्रमंडल में में कुल २५० से भी ज्यादा मशीन लगाई गई है। आने वाले वक्त में हमारी कोशिश यह रहेगी कि पूर्णिया के हर एक क्षेत्र को सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन की सुविधा से लाभांवित किया जाए।
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