मधुबनी : माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन के 1400 दिन पुरे होने पर समारोह का आयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 11 मई 2024

मधुबनी : माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन के 1400 दिन पुरे होने पर समारोह का आयोजन

Comunity-kitchen-madhubani
जयनगर/मधुबनी, कहते हैं चाहो तो सब कुछ है आसान, बस उस चाहने मे आपकी शिद्दत हो। सच्चा कार्य वही हैं, जो समाज के हित को सर्वोपरि बना सके। इसलिए कहा जाता है कि समाज सेवा का मतलब तलवार की धार पर चलने का कार्य और यह कायरों का काम नहीं। जिंदगी में संघर्ष जरूरी हैं। मतलब की दुनिया में कौन किसका सोचता है, जो जैसा देखता है वो वैसा खोजता है। ये बात भले ही सच होगी, लेकिन आज भी दुनिया में ऐसे लोग है, जो अपने मतलब और स्वार्थ को पीछे छोड़ किसी और को खुश करने में जी जान से लगे हुए है। हम बात कर रहे है माँ अन्नपूर्णा सेवा समिति की, जो न केवल किसी के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम करती है, बल्कि किसी भी इंसान की जान बचने के लिए जहां तक कोशिश की जा सकती है। वहां तक उसका साथ नि:स्वार्थ भाव से देती है। रक्तदान करवाना, किसी गरीब का इलाज करवाना, किसी की पढाई में पैसे लगाना, किसी की छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी जरुरत को पूरा करना इत्यादि। ऐसे ही शिद्दत के साथ मधुबनी जिले के जयनगर की एक संस्था अनवरत सामाजिक सेवा कार्य करती आ रहीं है। लॉक डाउन के समय से ही ये संस्था जरूरतमंद लोगों की सेवा निःस्वार्थ भावना से बगैर दिन-रात की परवाह किये इसके संरक्षक एवं सदस्य बिना जान की परवाह किये ही अनवरत सेवा करती आ रही है। बीते कुछ समय मे क्षेत्र के चहूँ और इनकी कीर्ति और यश फैल रहा है। हाल मे कई सामाजिक कार्यों मे उल्लेखनीय भूमिका के लिए विभिन्न संस्थान द्वारा इनको प्रोत्साहित करने हेतु सेवा सम्मान किया गया है। बीते दिन इस संस्था के 1400दिन गरीब,जरूरतमंद,अहसहाय,निर्धन, विकलांग लोगों को लंगर लगा कर खाना खिलाते हुए पुरा कर लिया है। इस मौके पर सादे तरीके से माँ अन्नपूर्णा की चित्र पर पुष्प अर्पण कर एवं दीप प्रज्वलित कर एवं केक काटकर इस दिन को मनाया गया।

कोई टिप्पणी नहीं: