इस मौके पर राजद के प्रखंड उपाध्यक्ष मोहम्मद अकबर ने कहा कि ईद-उल-अजहा का त्योहार हमें भाईचारे के साथ रहने, एक-दूसरे के जज्बात की कद्र करने, आपस में हमदर्दी रखने और सच्चाई की राह पर चलते हुए अपने देश के लिए हर कुर्बानी देने की सीख देता है। साथ ही यह त्योहार नेक नीयत के साथ समाज के गरीब व जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहने की प्रेरणा देता है। कुर्बानी का यह दिन त्याग और बलिदान की भावना को मजबूत करता है। तो वहीं आज बकरीद पर्व के मध्य नजर एसडीओ वीरेंद्र कुमार एवं डीएसपी विप्लव कुमार ने संयुक्त रूप से पूरे शहर का जायजा लिया, साथ ही उन्होंने संयुक्त रूप से जयनगर अनुमंडल प्रशासन टीम की ओर से बकरीद का पर्व शांति पूर्वक मनाए जाने पर क्षेत्र के लोगों को बधाई दिया। वही बीडीओ राजीव रंजन,थानाध्यक्ष अनूप कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मी विभिन्न ईदगाओं के पास तैनात थे। इस मौके पर इमाम मौलाना मोहम्मद कलीम अशरफ,बेल्ही पश्चिमी पंचायत के सरपंच मोहम्मद जहाँगीर हाशमी,राजद के प्रखंड उपाध्यक्ष सह बेलही पश्चिम पंचायत के पंचायत समिति सदस्य मोहम्मद अकबर,जाकिर हुसैन,मोहम्मद तईब,मोहम्मद जाहिद,मोहम्मद सदाम, मोहम्मद ताहिर,मोहम्मद अजीबुल,मोहम्मद रहमतुल्लाह, मोहम्मद उम्मीद,मोहम्मद वकील,मोहम्मद लालू सहित कई लोग मौजूद थे।
जयनगर/मधुबनी, जिले के जयनगर प्रखंड में त्याग और बलिदान का महापर्व बकरीद पूरे प्रखंड में भारी उत्साह के साथ गले से गले मिल कर मनाया गया। इस मौके पर बल्डीहा,इस्लामपुर,जयनगर बस्ती,यूनियन टोल,देवधा,बेला आदि स्थानों पर स्थित ईदगाहों को विशेष रूप से रंगाई-पोताई कर सजाया गया था, जहां काफी संख्या में जुटे मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सोमवार की सुबह पवित्र बकरीद की नमाज अदा कर एक-दूसरे को गले मिलकर आपसी सौहार्द एवं भाईचारा से रहने का संदेश दिया। इसके बाद त्याग और बलिदान के प्रतीक अपने पसंदीदा पशुओं की कुर्बानी दी गई। इस दौरान थाना क्षेत्र के सभी ईदगाहों पर पुलिस चौकसी बढ़ा दी गई थी। इस मौके पर इमाम मौलाना मोहम्मद कलीम अशरफ ने बताया कि बकरीद का तात्पर्य सिर्फ कुर्बानी देना ही नही है, बल्कि अल्लाह ताला एवं खुदा के समक्ष अपनी अजीज इच्छाओं एवं भावनाओं को समर्पण करने का पर्व है। लोग हजरत इब्राहिम की कुर्बानियों का अपने जीवन में अमल करें, जिसने खुदा के समक्ष अपने एकलौते पुत्र की कुर्बानी देकर दुनिया को त्याग और बलिदान का संदेश दिया था। बेल्ही पश्चिमी पंचायत के सरपंच मोहम्मद जहाँगीर हाशमी ने बताया कि ईद-उल-अजहा की नमाज हर शख्स पर वाजिब है। अल्लाह की वफादारी के साथ ही उन्हे राजी एवं खुशी करने के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर देना ही इसका उद्देश्य है।
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