- डेढ़ दशक बाद दोआबा के विनिंग ट्रैक पर लौटी साइकिल, मुरझाया कमल, 27 साल के इतिहास में पहली बार वजूद को तरसती रही बसपा
- कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच विधानसभावार हुई मतों की गणना, दोपहर बाद बदले रूझान से सामने आने लगी जनता की नाराजगी
फतेहपुर (शीबू खान) लोकसभा के लिए 20 मई को हुए चुनाव के परिणाम मंगलवार सामने आ गए। दो चुनाव से इस सीट पर मजबूत पैठ बनाने वाली भाजपा दोपहर के बाद ऐसा बैकफुट पर पहुंची कि फिर उसे विनिंग ट्रैक पर लौटना मुश्किल हो गया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चली मतगणना के दौरान सामने आ रहे नतीजे भाजपाईयों को राउंड दर राउंड विचलित करने का काम करते रहे यही कारण रहा कि जैसे-जैसे धूप बढ़ती गई, मतगणना परिसर के इर्द-गिर्द जमा भाजपाईयों का जोश ठंडा पड़ता गया। उधर रफ्तार पकड़ती साइकिल से डेढ़ दशक बाद सपाईयों में जान दिखी। चुनाव आयोग की बंदिशों के चलते सड़कों में वह धमाल तो नहीं दिख सका लेकिन जो उल्लास और उत्साह नजर आया वह बड़ी जीत की सफलता का द्योतक बना दिखाई पड़ा। मंडी परिसर में प्रशासनिक निगहबानी के बीच सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई। चुनाव लड़ने वाले दलीय व निर्दलीय सभी पंद्रह प्रत्याशी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना स्थल पहुंचे जिन्हें कई राउंड के सुरक्षा चक्र से गुजरना पड़ा। पहला रूझान आने में तीन घंटा लग गया। 11 बजकर 25 मिनट पर आए पहले राउंड के परिणाम में भाजपा प्रत्याशी साध्वी निरंजन ज्योति बढ़त लेकर आईं। यह बढ़त आठ राउंड तक सत्तारूढ़ पार्टी का साथ देती रही। इसके बाद चुनावी परिणामों ने ऐसी करवट ली कि पूरा माजरा ही बदल गया। जो भाजपा सभी विधानसभाओं में बेहतर प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ रही थी वह अगले सामने आ रहे राउंड में पिछलती चली गई। सपा के नरेश उत्तम पटेल जिन्हें लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे उन सभी कयासों को झुटलाते हुए आगे बढ़ते गए। इन दोनों दलों के बीच सीट हथियाने की छिड़ी जंग के बीच बसपा कोई करामात नहीं कर सकी। बसपा प्रत्याशी डा. मनीष सचान इस चुनाव में तीसरे नंबर की लड़ाई लड़ते नजर आए। उधर चुनावी शुचिता को लेकर पर्यवेक्षक से लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी सी. इन्दुमती राउंड लेती देखी गई। पुलिस कप्तान उदय शंकर की टीम सुरक्षा चौकसी को लेकर अलर्ट मोड पर दिखाई देती रही।
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