बता दें कि संयुक्त राष्ट्र की मंजूरी के बाद 2018 से दुनिया भर में विश्व साइकिल दिवस 3 जून को मनाया जाता है। स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए साइकिल चलाने को प्राथमिकता देने के लिए विश्व स्तर पर साइकिल दिवस मनाया जाता है। मुंबई में स्मार्ट कम्यूट फाउंडेशन साइकिल को परिवहन के एक स्वस्थ साधन के रूप में बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है। इस अवसर पर मुंबई विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवींद्र कुलकर्णी ने कहा, “विश्व साइकिल दिवस पर यह साइकिल रैली छात्रों और लोगों के बीच स्थायी परिवहन और पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए एक जरुरी कदम है। इसलिए सभी से अनुरोध है कि इस साइकिल रैली में भाग लें।" उल्लेखनीय है कि इस साल 7वां ‘विश्व साइकिल दिवस’ मनाया जा रहा है। विश्व साइकिल दिवस का आरंभ 3 जून, 2018 को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा किया गया था। इस आयोजन में संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों, खिलाड़ियों सहित बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया था।
गौरतलब है कि फ़िरोज़ा ददान ने जनवरी 2024 में एक महत्वपूर्ण साइकलिंग इवेंट किया था जिसमें उन्होंने 1300 किलोमीटर से भी अधिक मुम्बई से चलकर गुजरात होते हुए दौलीविरा तक की साइकिल यात्रा की और इसके द्वारा साइकलिंग को प्रोमोट किया। कई शहरों के, कई ऐतिहासिक स्थानों के लोगों से मिलीं और उन्हें साइकिल चलाने के बारे में जागरूक किया। इस साइकिल यात्रा में रोट्री क्लब उनका सहयोगी रहा। उन्होंने आज के कार्यक्रम में उस साइकिल यात्रा की क्लिपिंग भी उपस्थित लोगों के बीच साझा की। फ़िरोज़ा ददान ने कहा कि साइकिल दिवस पर साइकिल रैली का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य साइकिल चलाने से सेहत को लेकर जागरूकता फैलाना है। प्रतिदिन साइकिल चलाने से न केवल बॉडी फिट और चुस्त रहती है बल्कि कई प्रकार के रोगों का खतरा भी कम हो जाता है। साइकिल नियमित तौर पर चलाने से शरीर सेहतमंद रहता है और बॉडी में स्फूर्ति का संचार करता है। इस मौके पर साइकिल चलाने के महत्व और सेहत को होने वाले लाभ के बारे में भी फ़िरोज़ा ददान ने बताया। उन्होंने बताया कि इस रैली का मकसद लोगों में साइकिल के प्रचलन को बढ़ाना और इसके स्वास्थ्य लाभ की जानकारी देना शामिल है ताकि लोग साइकिल चलाने को अपनी ज़िंदगी का हिस्सा बना सकें।
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