- प्राचीन जगदीश मंदिर में भंडारे का आयोजन, एक क्विंटल की खीर बनाकर किया प्रसादी का वितरण
उन्होंने बताया कि इस साल भी जगदीश मंदिर टाट बाबा परमार क्षत्रिय समाज ट्रस्ट के तत्वावधान में निकाली जाने वाली रथ यात्रा आस्था और उत्साह के साथ निकाली जाएगी। इस मौके पर शहर के छावनी स्थित मंदिर पर विशेष पूजा अर्चना की जाएगी और आगामी सात जुलाई को शहर में भव्य यात्रा निकाली जाएगी। नगर भ्रमण पर रथ में बलदाऊ भैया, बहन सुभद्रा के साथ जगतपति जगन्नाथ स्वामी को विराजमान किया जाएगा और उसके बाद शहर के छावनी से मंडी तक करीब तीन-चार किलोमीटर मार्ग पर विभिन्न सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया जाएगा। इस वर्ष रथ को खिचने का इंतजाम किया गया है। भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ तीन रथों पर सवार होते हैं। सुबह मंदिर परिसर में विशेष आरती का आयोजन किया जाएगा और उसके पश्चात रथ यात्रा निकाली जाएगी। इसको लेकर तैयारियां की जा रही है।
रथ यात्रा की तैयारियों को लेकर शहर सहित आस-पास के स्थानों पर तैयारियां जारी है। मंदिर के आस-पास के स्थान पर समाजजनों ने द्वारा साफ-सफाई कर मैदान का समतलीकरण कराया और समाजजनों की एक बैठक का आयोजन भी किया गया। इस मौके पर यहां पर मौजूद समाजजनों ने बताया कि करीब 60 साल से निरंतर भगवान जगदीश की रथ यात्रा निकाली जा रही है। इस मौके पर इस साल भी परम्परानुसार भगवान की यात्रा आस्था के साथ निकाली जाएगी। उन्होंने बताया कि उन्होंने बताया कि भगवान जगदीश स्वामी की रथ यात्रा 1961 में मंदिर के जीर्णोद्धार के साथ शुरू की थी। रथ यात्रा का सामाजिक संगठनों द्वारा जगह-जगह स्वागत किया जाएगा। परमार समाज के राज गुरु 232 मंदिरों के जीर्णोद्धार व अखिल भारतीय धर्म संघ के अध्यक्ष ब्रह्मलीन श्री 1008 पंडित काशीप्रसाद कटारे की प्रेरणा से इस मंदिर का जीर्णोद्धार सन 1961 में परमार समाज ने किया था। यात्रा दोपहर जगदीश मंदिर सब्जी मंडी से शुरू होकर नमक चौराहा, बड़ा बाजार होते हुए शहर के मंडी स्थित बाबा मंदिर पहुंचेगी। आगामी सात जुलाई को सुबह भगवान को स्नान और अभिषेक कराने के बाद सिंहासन पर बैठाया जाएगा, जहां पर हवन, पूजन के साथ पूजा अर्चना की जाएगी। इसके लिए तैयारियां अभी से की जा रही है। आगामी दिनों में प्रचार-प्रसार सामग्री का निर्माण करने के पश्चात शहर सहित आस-पास के क्षेत्र में वितरण किया जाएगा और यहां पर मंदिर परिसर आदि में निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। समाजजनों के द्वारा ग्रामीण अंचलों में समाजजनों से सहयोग निधि एकत्रित की जा रही है और यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।
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