इस फेहरिस्त में कई बड़े नाम शामिल हैं. पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू 2004 से 2014 तक सांसद रहे. इस खिलाड़ी ने अमृतसर लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया. पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन लोकसभा चुनाव 2009 में सांसद बने थे. पूर्व भारतीय कप्तान ने कांग्रेस की टिकट पर कामयाबी हासिल की थी. हालांकि, अब मोहम्मद अजहरुद्दीन सक्रिय राजनीति का हिस्सा नहीं हैं. भारतीय टीम ने पहली बार कपिल देव की अगुवाई में वर्ल्ड कप 1983 जीता था. उस भारतीय टीम का हिस्सा कीर्ति आजाद भी थे. क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद कीर्ति आजाद ने राजनीति की पिच पर अपना किस्मत आजमाया, जहां इस खिलाड़ी को कामयाबी मिली. कीर्ति आजाद ने लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी की टिकट पर बिहार के दरभंगा लोकसभा सीट से कामयाबी हासिल की.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर चेतन चौहान लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे. वह पहली बार लोकसभा चुनाव 1991 में बीजेपी की टिकट पर सांसद बने. इसके अलावा वह उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे. गौतम गंभीर ने 22 मार्च 2019 को भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था. भाजपा ने पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाया था. गौतम गंभीर ने आम आदमी पार्टी की आतिशी और कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को हराकर इस सीट पर जीत दर्ज की थी. टीएमसी के टिकट पर लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बहरामपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतरे यूसुफ पठान ने कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी को हरा दिया है. यूसुफ पठान की यह जीत ऐतिहासिक है क्योंकि बीते 25 सालों में पहली बार कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी इस सीट पर चुवान हारे हैं. भारत निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार मतगणना के शुरुआती घंटों में पठान तीसरे स्थान पर थे लेकिन मतगणना आगे बढ़ने के साथ उनकी संख्या बढ़ती गई और वे चौधरी तथा भाजपा के निर्मल कुमार साहा से आगे निकल गए.
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