- अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जन्म दिवस के उपलक्ष्य में वृद्धाश्रम में पांच दिवसीय सत्संग और भजन कीर्तन
इस मौके पर शनिवार को सत्संग के दौरान पंडित श्री पाराशर ने कहा कि जिस स्थान पर सत्संग का आयोजन किया जाता है वह स्थान पवित्र हो जाता है। जो भक्त सत्संग में भाग लेते हैं वह भवसागर को पार कर जाते हैं। उन्होंने कहा कि ईश्वर ने मानव रूपी शरीर दिया है। यह मानव शरीर पूर्व जन्मों की कठिन तपस्या से प्राप्त होता है। ऐसे में मानव को अपना जीवन व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। अपने दैनिक कार्यों में लीन रहते हुए समय निकालकर भगवत भजन में शामिल होना चाहिए ताकि मन को शांति व आत्मीय सुख प्राप्त हो सके। सत्संग द्वारा संतों की शरण में आकर मनुष्य को ईश्वर तक पहुंचने का अवसर प्राप्त होता है, इसलिए मुनष्य को सत्संग में शामिल होकर अध्यात्मीय लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संतों के दिखाए मार्ग पर चलकर सदगुरु की स्तुति करने से जीवन में आनेवाली बाधाएं दूर होती हैं।
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