- जनसुनवाई में पहुंचे किसान ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
सीहोर। जनसुनवाई में पहुंचे किसान ने मंगलवार को तहसील कार्यालय पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है। कलेक्टर के नाम दिए आवेदन में किसान ने कहा कि रजिस्ट्री होने के बाद भी झूठी निराधार आपत्ति पर नामांतरण नहीं किया जा रहा है। भूमि का नामांतरण नहीं होने से किसान कृषि कल्याण विभाग सहित अन्य शासकीय योजनाओं के लाभ से वंचित हो गया है। पीडि़त किसान ने कलेक्टर से निराधार आपत्ति को समाप्त कर नामांतरण कराने की मांग की है। कलेक्टर के नाम जनसुनवाई में कि गई शिकायत में तहसील जिला सीहोर के ग्राम नापलाखेडी के किसान दुर्गाप्रसाद पिता घनश्याम ने बताया कि उनके पिता के नाम की कृषि भूमि ग्राम जताखेडा के अंतर्गत स्थित है। पिता ने वैद्य तरीके से दिनांक ३० मार्च २०२४ को जमीन की रजिस्ट्री अपने पुत्र दुर्गाप्रसाद के नाम कराई है। जिसका भूमि ख०क० ५६३/३,५६२/१/१,५६२/१/२ रकबा १.६१ एकड़ है लेकिन ग्राम नापलाखेडी के अनावेदक शिवशंकर आत्मज नंदराम ने अज्ञात कारण से इस वैद्य रजिस्ट्री पर झूठी निराधार आपत्ति पर दर्ज कराई है जबकी इस भूमि से शिवशंकर का कोई लेना देना नहीं है इस के बाद भी नायब तहसीलदार द्वारा उक्त भूमि का नामांतरण नही किया जा रहा है। गैर कानूनी रूप से लगाई गई आपत्ति से किसान दुर्गाप्रसाद को काफी नुकसान हो रहा है। किसान ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने और झूठी आपत्ति लगाने वाले किसान पर सख्त कार्रवाही करने सहित भूमि का नामांतरण कराए जाने की मांग शासन प्रशासन से की है।
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