- मोहम्मद रफ़ी साहब के प्रशंसक पूरी दुनिया में हैं : शाहिद रफ़ी
नई दिल्ली । प्रसिद्ध पार्श्व गायक मोहम्मद रफ़ी म्यूज़िक इंस्टीट्यूट और साइना प्रोडक्शंस ने मुंबई के ठाकरे हॉल में मोहम्मद रफ़ी साहब के सम्मान में एक संगीत संध्या का आयोजन किया गया जिसमें भारत के कई हिस्सों से मोहम्मद रफ़ी प्रेमी शामिल हुए। इस कार्यक्रम के चाहे वे गायक हों या श्रोता सभी ने कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया। "पुकारता चला हूँ " नामक इस कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान "जन गण मन अधिनायक जय है, भारत भाग्य विधाता" से हुई। इसके बाद सुरों के राजा दिवंगत पार्श्व गायक मोहम्मद अजीज की बेटी सना अजीज ने "ना फनकार तुझसा तेरे बाद आया" मोहम्मद रफी तू'' बहुत याद आया गाकर अपनी श्रद्धांजलि रफ़ी साहब को दी। इसके बाद कई गायकों ने अपनी मधुर आवाज में लीजेंड पार्श्व गायक मोहम्मद रफी के गीत गाकर गाए और दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस कार्यक्रम में मोहम्मद रफी साहब के बेटे शाहिद रफी अपने परिवार के साथ खास तौर पर शामिल हुए। इस कार्यक्रम में शाहिद रफी ने अपने पिता के दुवारा गाये गीत गाकर इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज हमारे लिए बहुत बढ़ी बात है कि मेरे पिता को उनके निधन के बाद भी उनके गीतों के साथ याद किया जा रहा है। मैंने आज भी उनके सम्मान में उनके गीत गाये है। आज सुनने वालो ने भी बहुत प्यार दिया है जैसे सब लोग मेरे अब्बा मुहम्मद रफ़ी साहिब को देते थे।
इस कार्यक्रम के आयोजक सलीम शेख ने कहा कि आज इस कार्यक्रम की सफलता का मुख्य कारण वे लोग हैं जो आज भी मोहम्मद रफी साहब को बहुत पसंद करते हैं। इसका प्रमाण इस बात से मिलता है कि पूरा हाल उनके प्यार करने वालो से भरा हुआ है। मोहम्मद रफ़ी साहब और मोहम्मद अज़ीज़ साहब के परिवार ने इस कार्यक्रम में पहुंचकर इस प्रोग्राम की शोभा बढ़ाई है। कार्यक्रम में भारत के विभिन्न हिस्सों से आए गायकों ने रफी साहब के गीतों पर अपनी मधुर आवाज में गीत गाए इनमें सना अजीज, पवनदीप सहोता, मुकेश पंचोली, सुष्मिता चंदा, डॉ. मिताली और बॉलीवुड एक्ट्रेस ज़ेबा खान भी शामिल थीं। गायकों ने अपनी मधुर आवाज से रफ़ी साहब के गीत गाकर एक बार फिर रफी साहब की यादें ताजा कर दीं। मैं मोहम्मद अजीज वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. राज कुमार वर्मा और प्रेस सचिव सविंदर सिंह सावी का विशेष धन्यवाद करना चाहता हूं, जो स्पेशल रूप से इतनी दूर अमृतसर से मुंबई इस कार्यक्रम में भाग लेने आए। अंत मैं इस कार्यक्रम में आये सभी लोगों धंन्यवाद भी करता हूँ जिसकी वजह से यह प्रोग्राम सफल हुआ। इस अवसर पर आये मुख्य अतिथियों का सम्मान भी किया।
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