सीहोर : वन कर्मियों ने आत्मरक्षक के लिए मांगी सरकार से बंदूक - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 22 जुलाई 2024

सीहोर : वन कर्मियों ने आत्मरक्षक के लिए मांगी सरकार से बंदूक

  • वनकमियों पर तीर चलाकर करंट लगाकर मारने की कोशिश करने वाले अपराधी घूम रहे आजाद
  •  मध्यप्रदेश वन एवं वन्य प्राणी संरक्षण कर्मंचारी संघ ने की गिरफतारी की मांग

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सीहोर। वनकमियों पर तीर चलाकर करंट लगाकर मारने की कोशिश करने वाले अपराधी आजाद घूम रहे है। वन कर्मियों के द्वारा एफआईआर दर्ज कराने के बाद भी अपराधियों को गिरफतार नहीं किया जा रहा है। मध्यप्रदेश वन एवं वन्य प्राणी संरक्षण कर्मंचारी संघ जिलाध्यक्ष चेतन कुमार आर्य के नेतृत्व में सेामवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर वन कर्मियों ने अपराधियों की गिरफतारी सहित उनके अवैधानिक मकानों पर बुल्डोजर चलाने और वन कर्मियों को आत्मरक्षक के लिए शस्त्र लाययलेंस देने की मांग को लेकर डिप्टी कलेक्टर वंदना राजपूत को ज्ञापन दिया है। वन कर्मंचारियों पर वन सुरक्षा दायित्वों का निर्वाहन करने के दौरान लगातार हो रहे हमलों और कार्रवाही नहीं किए जाने को लेकर आक्रोश बना हुआ है। बीट भिलाई वन परिक्षेत्र लाडकुई में वनरक्षक आशीष श्रीवास्तव पर 11 जुलाई गुरूवार को वन भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को रोकने की कार्यंवाही करने के लिए पहुंचे थे इस दौरान आरोपियों के द्वारा करंट लगाकर जान से मारने की कोशिश की गई घटना के बाद थाना भैरूंदा में एफआईआर कराई गई लेकिन आजतक अपराधियो पर कोई कार्यवाही पुलिस के द्वारा नहीं की गई है।


इसी प्रकार के दूसरे मामले में परिक्षेत्र वीरपुर की बीट सेवनिया परिहार में भी वन कर्मियों पर अपराधियों के द्वारा तीरों से हमला किया गया। हमले की एफआईआर थाना बिलकिसगंज में कराई गई। इस घटना के अपराधियो को भी अबतक गिरफ्तार नहीं किया गया है। उक्त दोनों प्रक्ररणों में वन अमले पर प्राण घातक हमले किए गए लेकिन अपराधियों पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है जिस कारण वन अमला हतोत्साहित है। मांग करने वालों में जिलाध्यक्ष चेतन कुमार आर्य, संभाग अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह दुगेरिया ,प्रांतीय सचिव दीपक बेदी, विकास कलोसिया, मुकेश ठाकुर, चंदर सिंह जलोदिया, दीपेंद्र सिंह चौहान, नारायण सिंह मैहर, आशीष श्रीवास्तव, रामदास सोलंकी, धनंजय त्यागी, बेनीप्रसाद त्यागी, जयप्रकाश तिल्लोर, राजेंद्र मालवीय, प्रवीण जगलोनिया, विशाल नामदेव, श्रीराम कुमरे, विक्रम राठौर, हिमांशु तोमर, राजेश रजक, रविंद्र श्रीवास्तव आदि वन कर्मी शामिल रहे। 

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